मुस्लिम वोट के लिए नीतीश गिना रहे थे काम... मदरसा शिक्षकों ने सैलरी को लेकर थमाया कागज
मदरसा शिक्षकों को सरकारी के बराबर वेतन मिल रहा है। 2005 में चुनाव के दौरान मैंने भागलपुर में मुस्लिमों से बात की 1989 में हुए दंगे के विषय में। हमने जांचकर दोषियों के खिलाफ करवाई की। मुआवजा दिया।पीड़ित को को पेंशन दी। पति को छोड़ने वाली महिला को रोजगार देने के लिए 10 हज़ार देना शुरू किया जो बाद में 24 हज़ार किया।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में मदरसों की स्थिति बहुत खराब थी, लेकिन हमारी सरकार ने मदरसों के विकास के लिए बहुत काम किया है। बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के एक कार्यक्रम में भाग लेने वालों के एक समूह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुछ कागजात सौंपे। मदरसा शिक्षकों ने नीचीश कुमार से पूछा की सैलरी कब मिलेगी?
मुख्यमंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मदरसा शिक्षकों को सरकारी के बराबर वेतन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमने मुस्लिम महिलाओं की पढ़ाई के लिए कार्य किया है और अल्पसंख्यक कल्याण के लिए बजट बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने वृद्ध, दिव्यांग पेंशन बढ़ाई है और मुफ्त बिजली दी है।
शिक्षा मंत्री का बयान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में विकास देखकर नवंबर 2025 में आप नीतीश कुमार पर दोबारा विश्वास जताएं। उन्होंने कहा कि मदरसों की पढ़ाई के आधुनिकरण की जरूरत है और हम कमियों को पूरा करेंगे।
कार्यक्रम में उमड़ी भीड़
मदरसा शिक्षा बोर्ड के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 15000 से अधिक लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इतने सारे लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित हैं।

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