Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Chhath Puja 2025: दुबई से मेलबर्न तक गूंजा बिहार का छठ पर्व, जानें विदेशों में कैसे मनाते हैं यह महापर्व

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 12:51 PM (IST)

    छठ पूजा, बिहार का एक महत्वपूर्ण त्योहार, अब दुबई से मेलबर्न तक विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय समुदाय अपनी संस्कृति और परंपराओं के साथ सूर्य देव की उपासना करते हैं। विभिन्न देशों में आयोजन अलग-अलग तरीकों से होता है, लेकिन मूल सार एक ही रहता है - परिवार की सुख-समृद्धि की कामना। यह पर्व सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक है।

    Hero Image

    विदेशों में छठ मनाते पांडेय परिवार और अन्य

    डिजिटल डेस्क, पटना। “कांचा ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए...” — यह गीत छठ पर्व के नाम से ही कानों में मिठास घोल देता है। अब यह भावना न केवल बिहार की गलियों और घाटों में, बल्कि विदेश की धरती पर भी गूंज रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुज़फ्फरपुर के बिबीगंज, ब्रहमपुरा निवासी अनिल कुमार पांडेय और उनका परिवार वर्षों से विदेश में रहते हुए भी छठ महापर्व की परंपरा को पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ निभा रहे हैं। दुबई के ममज़ार बीच पर 2021 और 2022 में उनके नेतृत्व में हुए भव्य छठ आयोजन में हजारों श्रद्धालुओं ने सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया। समुद्र की लहरों के बीच “जय छठी मइया” के स्वर गूंजने पर ऐसा लगा मानो पूरा बिहार वहाँ उतर आया हो।

     

    पिछले वर्ष यह आस्था ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में पहुंची। वहाँ पांडेय परिवार ने बिहार-झारखंड सभा मेलबर्न के सहयोग से कडकारूक पार्क, हीथर्टन में छठ महापर्व का आयोजन किया। डॉ. एन.के. नूतन, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित, ने अपनी मधुर भक्ति-धुनों से माहौल को और भी पावन बना दिया।

     

    अनिल पांडेय जी के साथ उनकी पत्नी रितु बाला, पुत्र अर्णय, पुत्री अरण्या, और प्रवासी सहयोगी सुमित झा, मुकुंद, राजकमल, नीरज, चंद्रशेखर पांडेय समेत कई बिहारी परिवारों ने इस आयोजन को भव्य बनाया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि परंपरा और संस्कृति की हर झलक पूरी श्रद्धा के साथ दिखाई दे।

    विदेश की धरती पर रहते हुए भी इस परिवार ने साबित किया कि बिहार की मिट्टी की खुशबू और छठ की भक्ति सीमाओं से परे है। घर-आंगन में ठेकुआ की खुशबू, सुपे में रखे अर्घ्य के फल और गीतों की गूंज — सबने मेलबर्न को एक मिनी बिहार बना दिया।

    ऐसे परिवार न केवल बिहार का गौरव हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा भी हैं। उन्होंने दिखाया कि चाहे दूरी कितनी भी हो, दिल हमेशा बिहार और छठ मइया से जुड़ा रहता है।

    image

    प्रवासी बिहारी छठ मनाते हुए

    image

    बच्चों को भी बिहारी पर्व के बारे में बताया

    image

    ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में घाट पर सेल्फी लेते हुए

    image

    दुबई के ममज़ार बीच पर 2021 और 2022 में छठ मनाते