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    Chhath Puja 2025: छठ की तैयारी के बीच बाजार में बिक रहे बड़े-बड़े टब, आखिर इनका क्या है उपयोग?

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 02:51 PM (IST)

    पटना में छठ पूजा की तैयारी के साथ ही बाथ टब की मांग बढ़ गई है। कोरोना के बाद लोग घरों में ही छठ करना पसंद कर रहे हैं। पिछले साल 6,000 टब बिके थे, इस बार 10,000 से ज्यादा बिकने की उम्मीद है। लोग सुरक्षा और सुविधा के लिए टब को बेहतर विकल्प मान रहे हैं। बाजार में अलग-अलग आकार के टब उपलब्ध हैं।

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    छठ पूजा करती महिलाएं। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में तैयारी जोरों पर हैं। गंगा घाटों की सफाई, बैरिकेडिंग और रोशनी की व्यवस्था प्रशासनिक स्तर पर की जा रही है।

    वहीं, आम लोगों के बीच घर पर छठ पूजा करने की प्रवृत्ति लगातार बढ़ती जा रही है, इससे बाजारों में प्लास्टिक व फाइबर से बने बाथ टब की मांग तेजी से बढ़ी है। पिछले कुछ वर्षों में कोरोना संक्रमण और सुरक्षा को लेकर आई जागरूकता ने पूजा-पाठ के तरीकों को भी बदला है।

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    अब बड़ी संख्या में व्रती सार्वजनिक घाटों पर जाने के बजाय घर की छत या आंगन में बाथ टब या कृत्रिम तालाब बनाकर सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं।

    एक साल में दोगुनी हुई बिक्री

    कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के पूर्व कोषाध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू ने बताया कि पिछले वर्ष पटना में लगभग 6,000 बाथ टब की बिक्री हुई थी। इस बार मांग और अधिक है और अनुमान है कि यह आंकड़ा 10,000 से पार जा सकता है। उन्होंने बताया कि एक बार खरीदे गए टब का उपयोग कई वर्षों तक किया जा सकता है, जिससे लोग इसे बेहतर विकल्प मान रहे हैं।

    सुरक्षा, सुविधा और बच्चों की पसंद बना कारण

    छठ महापर्व के दौरान गंगा घाटों पर भारी भीड़ होती है, इससे बुजुर्गों और बच्चों के साथ पूजा करना चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में लोग बाथ टब को एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प मानते हैं। छठ के बाद यही टब बच्चों के लिए स्वीमिंग पूल के रूप में भी उपयोग किए जाते हैं, इससे इसकी बहुउद्देशीय उपयोगिता और बढ़ जाती है।

    बाजार में तीन से बारह फीट तक के टब उपलब्ध

    पटना के कदमकुआं के आसपास सहित अन्य दुकानों पर बाथ टब पानी से भरकर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। व्रती आकार और मजबूती देखकर ही टब की खरीद कर रहे हैं। पटना व्यवसायी संघ के अजय कुमार गुप्ता बताते हैं कि अब लोग भीड़ से दूर शांति और श्रद्धा के साथ घर पर ही भगवान सूर्य की आराधना करना पसंद कर रहे हैं। बाथ टब जैसे विकल्प इस बदलाव में सहायक हो रहे हैं। लोग इसे एक स्थायी समाधान के रूप में देख रहे हैं।

    बाजार में बाथ टब के आकार और कीमतें इस प्रकार हैं 

    टब का आकार गहराई कीमत (रुपये में)
    3 फीट 9 इंच 750 – 1000
    4 फीट 10 इंच 900 – 1500
    6 फीट 15 इंच 1200 – 1800
    8 फीट 18 इंच 1800 – 2500
    10 फीट 2.5 फीट 8000 – 15000
    12 फीट 3 फीट 15000 – 20000


    हवा भरने वाले टब भी बाजार में उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 3000 से 18,000 रुपये तक है।