Chhath Puja 2022: पटना में छठ से पहले आई व्रतियों के लिए खुशखबरी, गंगा किनारे अर्घ्य में होगी सहूलियत
Chhath Puja 2022 छठ पूजा की तैयारी में जुटे व्रतियों के लिए आई खुशखबरी। गंगा में आई बाढ़ जल्द ही खत्म होने के आसार। जल संसाधन विभाग का दावा- छठ महापर्व तक गंगा के जलस्तर में चार मीटर आ जाएगी कमी

जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व तक गंगा के जलस्तर में चार मीटर तक कमी आएगी। यह दावा जल संसाधन विभाग ने किया है। जल संसाधन विभाग के दावे के बाद जिला प्रशासन और पटना नगर निगम अंतिम समय में युद्ध स्तर पर कार्य करने की तैयारी की रणनीति बनाने में जुट गया है।
फिलहाल खतरे के निशान से ऊपर गंगा
पटना में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गांधीघाट पर 31 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर तथा दीघा घाट पर 32 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे बेह रही हैं। गांधी घाट पर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर में कमी आने लगा है। गंगा नदी का जलस्तर दीघा घाट पर 50.13 मीटर (स्थिर) तथा गांधी घाट 48.96 मीटर (बढोतरी) था।
कल तक खतरे के निशान से नीचे आएगा जलस्तर
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता शशि रंजन पांडेय ने बताया कि अनुमान के अनुसार 19 अक्टूबर को 10.00 बजे पूर्वाह्न से गंगा के जल-स्तर खतरे के निशान से नीचे आना शुरू हो जाएगा। इस वर्ष छठ के दिन गंगा का अनुमानित जल-स्तर 46.0 मीटर रहने की संभावनाएं है।
पिछले साल की तरह ही हो जाएगा जल स्तर
जबकि पिछले वर्ष आज की तिथि में 46.68 मीटर तथा छठ के दिन 45.45 मीटर था। इस वर्ष छठ पर्व 30 और 31 अक्टूबर मनाया जाएगा। 28 अक्टूबर को नहाय-खाय से पर्व का अनुष्ठान शुरू होगा।29 अक्टूबर को खरना तथा 30 अक्टूबर को संध्या अघ्र्य एवं 31 अक्टूबर को प्रात:काल में अघ्र्य का आयोजन होगा।
छठ महापर्व की तैयारी में तेजी लाने पर जोर
प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने कहा कि कहा है कि छठ महापर्व की तैयारी में जुट जाएं। गंगा की जलस्तर में कमी आने लगी है। सभी विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें। पूर्णत: दुर्घटनामुक्त एवं छठव्रतियों के लिए सुविधायुक्त तैयारी होनी चहिए। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सु²ढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। अंडरपास एवं एप्रोचपथ से पानी निकालने के लिए मोटर लगाए जाएं।
पैदल चलकर घाटों का करें निरीक्षण
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि भौगोलिक स्थिति एवं गंगा नदी में जल-स्तर में परिवर्तन को देखते हुए रणनीति बनाएं। सभी सेक्टर पदाधिकारी पैदल चलकर घाटों का निरीक्षण करें। जल संसाधन विभाग से प्राप्त नदी के जल स्तर के प्रतिवेदन के आधार पर जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम आपस में समन्वय करते हुए कार्य योजना के अनुसार ससमय तैयारी पूर्ण करें। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध है।
छठ घाटों पर कैंप करने का निर्देश
आयुक्त ने कहा कि विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता रहेगी। सभी सेक्टर के वरीय नोडल पदाधिकारी छठ घाटों पर लगातार कैंप करें। पूजा समितियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करें तथा उन्नत एवं सुविकसित कम्युनिकेशन प्लान के साथ सभी पदाधिकारी मुस्तैद रहें।
105 घाटों पर स्थिति की समीक्षा
प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी 21 सेक्टर के 105 घाटों की एक-एक कर समीक्षा की एवं सेक्टर पदाधिकारियों से अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। घाटों व तालाबों की सफाई की व्यवस्था, घाटों पहुंच पथ का सुदृढ़ीकरण, सफाई एवं पार्किंग की व्यवस्था, खतरनाक घाटों को चिन्हित कर सुरक्षा के लिए घेराबंदी करने, घाटों पर विद्युत एवं प्रकाश की व्यवस्था, महिला छठ प्रतियों के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था, पेयजल व शौचालय की व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, विधि-व्यवस्था संधारण, जेपी गंगा पथ पर आवश्यक व्यवस्था, फ्लेक्स व बैनर, अग्निशमन एवं अन्य बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तृृत समीक्षा की।
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