पटना में फिल्म “छठ” का भव्य प्रीमियर, भोजपुरी संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों को समर्पित है कहानी
पटना में फिल्म “छठ” का प्रीमियर हुआ, जो भोजपुरी संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों को समर्पित है। नीतू चंद्रा और नितिन चंद्रा द्वारा निर्मित, यह फिल्म छठ पूजा के महत्व और पारिवारिक रिश्तों को दर्शाती है। निर्देशक नितिन चंद्रा ने इसे अपनी दीदी को श्रद्धांजलि बताया। फिल्म में भोजपुरी भाषा की मिठास और स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहन दिया गया है। कैलाश खेर ने फिल्म के गानों में अपनी आवाज दी है।

भोजपुरी संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों को समर्पित है कहानी
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की राजधानी पटना के एस.पी. वर्मा रोड स्थित कॉन्प्लेक्स सिनेमा में शनिवार को चंपारण टॉकीज द्वारा निर्मित फिल्म “छठ” का भव्य प्रीमियर आयोजित किया गया। इस मौके पर फिल्म की निर्माता — बिहार की बेटी, नेशनल अवार्ड विनर प्रोड्यूसर एवं बॉलीवुड-हॉलीवुड अभिनेत्री नीतू चंद्रा और नेशनल अवार्ड विनर निर्देशक नितिन चंद्रा उपस्थित रहे।
फिल्म ने दर्शकों के बीच गहरी भावनात्मक छाप छोड़ी। कहानी छठ पूजा जैसे पवित्र पर्व की आत्मा को जीवंत करती है और संयुक्त परिवारों के रिश्तों, मतभेदों और प्रेम की ताकत को बारीकी से दिखाती है।
निर्देशक नितिन चंद्रा ने बताया कि उन्होंने इस कहानी की रचना वर्ष 2022 में शुरू की थी। यह कथा एक परिवार में छठ पर्व के दौरान हुए मतभेद और भावनात्मक जुड़ाव की यात्रा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि अपनी शारदा दीदी के निधन के बाद उन्होंने इस फिल्म को उनके प्रति श्रद्धांजलि के रूप में बनाया।
करीब दो घंटे पंद्रह मिनट लंबी यह फिल्म भोजपुरी भाषा की मिठास और पारिवारिक मूल्यों का सुंदर संगम है। नितिन चंद्रा ने कहा कि वे भोजपुरी सिनेमा को अश्लीलता से दूर रखकर एक शिक्षित और मध्यमवर्गीय समाज तक पहुँचाना चाहते हैं — यही कारण है कि स्पॉन्सरशिप की कमी के बावजूद उन्होंने अपने विज़न पर कायम रहकर फिल्म पूरी की।
निर्माता नीतू चंद्रा ने बताया कि शूटिंग के दौरान टीम ने गर्मी और उमस जैसी चुनौतियों के बावजूद बेहद समर्पण के साथ काम किया। धार्मिक वातावरण बनाए रखने के लिए टीम ने नॉन-वेज भोजन से परहेज किया और पूजा स्थलों पर जूते-चप्पल न पहनने का संकल्प लिया।
फिल्म के लगभग सभी कलाकार और तकनीकी टीम बिहार से हैं। समस्तीपुर में हुई शूटिंग में करीब 100 स्थानीय लोगों ने विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं। नीतू चंद्रा ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच देना है ताकि बिहार का फिल्म उद्योग और मजबूत हो सके।
फिल्म के गीतों में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने अपनी आवाज़ दी है। निर्देशक नितिन चंद्रा के अनुसार, कैलाश खेर ने अत्यंत समर्पण के साथ काम करते हुए गीतों में आत्मीयता और गहराई जोड़ी।
फिल्म “छठ” को दर्शकों ने भावनात्मक, पारिवारिक और सांस्कृतिक जुड़ाव की मिसाल बताया। यह फिल्म हर उस परिवार की कहानी कहती है, जहाँ रिश्ते, परंपरा और प्रेम जीवन के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा से गहराई से जुड़े हैं।

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