Gas Pain In Chest: गैस समझकर सीने के दर्द को ना करें नजरअंदाज, हो सकता है Heart Attack का लक्षण
गैस समझकर सीने के दर्द को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है। खासतौर से 45-50 वर्ष के बाद निश्चित रूप से कार्डियोलॉजी संबंधित जांच करा लेनी चाहिए। कई बार जांच समय पर नहीं होती और इसलिए हार्ट अटैक की भी जानकारी नहीं मिल पाती। 50 की उम्र पार करने के बाद परेशानी हो तो तुरंत हृदयरोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।

जागरण संवाददाता, पटना। सीने के दर्द को गैस की परेशानी समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हो सकता है, यह आपके हृदयाघात (Heart Attack Symptoms) के प्रारंभिक लक्षण हों। खासकर 50 की उम्र के पार करने के बाद शुगर व बीपी की परेशानी हो तो तुरंत हृदयरोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
हाल में राजधानी के अस्पताल में कई ऐसे केस पहुंचे हैं, जो मरीज व उनके स्वजनों ने गैस की परेशानी बताया, लेकिन मामला हृदय की परेशानी से जुड़ा निकला। डॉक्टरों ने आनन-फानन में प्राइमरी एंजियोग्राफी कर मरीजों की जान बचाई।
काफी अहम होते हैं हार्ट अटैक के पहले 12 घंटे
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आईजीआईएमएस) के कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नीरव कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक को लेकर पहले 12 घंटे काफी मायने रखते हैं। यदि इस दौरान मरीज अस्पताल पहुंच जाते हैं तो उन्हें प्राइमरी एंजियोप्लास्टी के माध्यम से बचाना आसान होता है। अटैक के तीन घंटे के भीतर आने पर मरीजों के नुकसान को बचा लिया जाता है।
डॉ. नीरव ने बताया कि बीते तीन महीनों के आंकड़ों पर ध्यान दें तो कई ऐसे मरीज आए हैं, जो गैस की समस्या लेकर आए थे, लेकिन जांच में गंभीर हृदयाघात की जानकारी हुई।
कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रवि विष्णु प्रसाद ने बताया कि अधिकतर मरीज देर से अस्पताल पहुंचते हैं। इस कारण त्वरित उपचार करना पड़ता है। सामान्यत: यहां हर महीने डेढ़ सौ हृदयरोग के मरीज पहुंचते हैं, इनमें 15-20 प्रतिशत मरीज ही समय से आते हैं।
केस स्टडी-1
वैशाली के 62 वर्षीय मरीज सुबह नौ बजे सीने में दर्द व तेज डकार की समस्या को लेकर पहुंचे। उनके स्वजन बता रहे थे कि उन्हें रात से गैस के कारण परेशानी हो रही है। अस्पताल में ईसीजी में मैसिव हार्ट अटैक की पहचान हुई। आनन-फानन में डॉक्टरों ने प्राइमरी एंजियोग्राफी कर स्टंट लगाया।
केस स्टडी-2
बक्सर के 72 वर्षीय मरीज स्वजनों के साथ पहुंचे। डॉक्टरों को गैस नहीं पास होने के कारण सीने व पेट में दर्द की जानकारी दी। आवश्यक जांच कराई गई। ईसीजी से उन्हें हार्ट अटैक होने की जानकारी हुई। आनन-फानन में भर्ती कर डॉक्टरों ने उपचार किया।
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