Voter List: एक ही वार्ड में बना 18 मृत लोगों के वोटर कार्ड, मतदाता सूची जारी होते ही सामने आ रही कई गलतियां
पटना में मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। 2025 के पुनरीक्षण के बाद भी मृतकों के नाम सूची में हैं। बांकीपुर क्षेत्र में 18 ऐसे मामले मिले। लोगों ने बीएलओ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जिला प्रशासन ने त्रुटि सुधारने की अपील की है लेकिन दावे और आपत्तियां कम आई हैं। मृत अनुपलब्ध और स्थानांतरित मतदाताओं की बड़ी संख्या है।

जागरण संवाददाता, पटना। विशेष सघन पुनरीक्षण-2025 के बाद एक अगस्त को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। इनमें सबसे आम उन लोगों के नाम हैं, जिनकी मृत्यु वर्षों पहले हो चुकी है। वहीं, कुछ लोगों के नाम दो विधानसभा क्षेत्रों में अंकित हैं।
इसी क्रम में बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड-36, लोहानीपुर स्थित बूथ-182 की प्रारूप मतदाता सूची में 18 से अधिक ऐसे लोगों के नाम शामिल हैं, जिनकी मृत्यु कई वर्ष पहले हो चुकी है। वहीं, वार्ड पार्षद ने बाहर रहने के कारण ऐसी जानकारी नहीं होने की बात कही है।
आसपास के लोगों ने जब ऐसे मतदाताओं के परिजनों को इसकी जानकारी दी, तो अपनों को खोने का दर्द ताजा हो गया। सोना देवी, जिनका नाम मतदाता सूची में शामिल है, उनकी मृत्यु को छह वर्ष बीत चुके हैं।
इसी तरह क्रम संख्या 894 में अंकित बालेश्वर प्रसाद की मृत्यु तीन वर्ष पहले हो चुकी है, जबकि क्रम संख्या 509 में अंकित जानकी साव की मृत्यु कई वर्ष पहले हो चुकी है। ऐसे 18 मतदाताओं के नाम प्रारूप मतदाता सूची में होने की बात कही जा रही है।
परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) उनके घर नहीं आए और न ही उन्होंने उनसे कोई फॉर्म भरने को कहा। सही तरीके से सत्यापन नहीं होने के कारण मतदाता सूची में इस तरह की विसंगति हुई है। हालांकि, सूची में मृत लोगों के नाम होने की बात इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है, लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
दावे और आपत्तियों की संख्या बेहद कम
चुनाव कार्य में लगे जिलास्तरीय अधिकारियों के अनुसार, ऐसी विसंगतियों को दूर करने के लिए आम जनता से अनुरोध किया जा रहा है कि वे ड्राफ्ट मतदाता सूची में अपना नाम जांच लें और किसी भी त्रुटि में सुधार करा लें। 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ सभी निर्धारित स्थानों पर प्रदर्शन के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची उपलब्ध कराने के साथ ही प्रखंडों और नगर निकायों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं।
इसके बावजूद राजधानी पटना समेत राज्य में योग्य नागरिकों के नाम जोड़ने और अपात्रों को हटाने के लिए अब तक प्राप्त दावे और आपत्तियों की संख्या बेहद कम है।
पटना की अद्यतन एसआईआर रिपोर्ट
विवरण | संख्या | प्रतिशत |
---|---|---|
सघन पुनरीक्षण से पूर्व पंजीकृत कुल मतदाता | 50 लाख 47 हजार 194 | - |
सघन निरीक्षण अभियान के प्रथम चरण के बाद कुल मतदाता | 46 लाख 51 हजार 983 | - |
मृत मतदाता | 1 लाख 34 हजार 145 | 2.66 प्रतिशत |
अनुपलब्ध या अनुपस्थित मतदाता | 73 हजार 624 | 1.46 प्रतिशत |
विधानसभा क्षेत्र से स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाता | 1 लाख 54 हजार 992 | 3.07 प्रतिशत |
किसी अन्य विधानसभा में पहले से पंजीकृत मतदाता | 32 हजार 450 | 0.64 प्रतिशत |
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