Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा की हत्या का हुआ पर्दाफाश, बंगाल की जेल से डील; किसके घर पर रची गई थी साजिश?
पटना के पारस एचएमआरआई अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या का पर्दाफाश हो गया है। साजिश निशु खान के घर पर रची गई थी जबकि डील पश्चिम बंगाल की जेल में बंद शेरू सिंह ने की थी। गैंगवार के चलते चंदन को मारने के लिए तीन गिरोहों ने हाथ मिलाया। पुलिस ने शूटरों समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि कुछ अभी भी फरार हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। पारस एचएमआरआई अस्पताल में बंद सजायाफ्ता चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश का खुलासा हो गया है। यह साजिश निशु खान के घर में रची गई थी, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि चंदन की हत्या की डील पश्चिम बंगाल की जेल में बंद शेरू सिंह ने की थी। गैंगवार के चलते चंदन को खत्म करने के लिए तीन अलग-अलग गिरोहों ने मिलकर काम किया। इस साजिश में हर गिरोह की अपनी भूमिका थी।
साजिश को कामयाब बनाने के लिए पांच शूटरों को हायर किया गया था, साथ ही दस पिस्टल और भारी मात्रा में गोलियों का इंतजाम किया गया था। शूटरों ने महज 35 सेकेंड में घटना को अंजाम दे दिया, लेकिन साजिश काफी समय से रची जा रही थी। यह भी पता चला है कि शूटरों को तैयार करने के लिए हथियार तस्करों और वाहन चोर गिरोहों की भी मदद ली गई थी।
पुलिस ने चंदन हत्याकांड में शूटर तौसीफ रजा, उसके चचेरे भाई निशु खान और निशु के साथी हर्ष और भीम को गिरफ्तार किया है। भोजपुर के बिहिया में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ के दौरान शूटर बलवंत सिंह, रविरंजन और अभिषेक को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी की भूमिका अब स्पष्ट हो गई है।
शेरू और चंदन पहले एक ही गिरोह
पुलिस जाँच में शेरू सिंह का नाम भी सामने आया है। शेरू और चंदन पहले एक ही गिरोह में थे, लेकिन उनकी दोस्ती दुश्मनी में कैसे बदल गई, यह एक बड़ा सवाल है। पुलिस को शेरू से पूछताछ करनी होगी ताकि पता चल सके कि शेरू ने गिरोह में वर्चस्व के लिए चंदन को हटाने का सौदा किया था या इसके पीछे कोई और है। पुलिस अब शेरू से पूछताछ की तैयारी कर रही है। पटना पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए बलवंत, रविरंजन और अभिषेक को भी रिमांड पर लेने की योजना बना रही है।
दो शूटर और पांच अन्य अपराधियों की तलाश
पुलिस अभी भी दो शूटर और पाँच अन्य अपराधियों की तलाश में है। घटना में इस्तेमाल की गई दोनों बाइकें बरामद कर ली गई हैं, लेकिन हथियार अभी तक नहीं मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज में सभी शूटरों के हाथों में पिस्तौल देखी गई हैं। पुलिस अब उन अपराधियों की तलाश कर रही है जिन्होंने शूटरों को हथियार मुहैया कराए और घटना के बाद हथियार छिपाए। इस मामले में कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं, जिनका जवाब पुलिस की आगे की जाँच से ही मिलेगा।
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