केंद्र सरकार की हरी झंडी, जस्टिस बजनथ्री संभालेंगे पटना हाईकोर्ट की बागडोर
पटना उच्च न्यायालय को अंततः अपना स्थायी मुख्य न्यायाधीश मिल गया है। केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति पी.बी. बजन्थ्री को पटना उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। न्यायमूर्ति बजन्थ्री 27 अगस्त 2025 से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय में वकालत की और विभिन्न पदों पर रहे।

विधि संवाददाता, पटना। पटना हाईकोर्ट को लंबे इंतजार के बाद स्थायी मुख्य न्यायाधीश मिल गए हैं। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कालेजियम की अनुशंसा को मंजूरी देते हुए न्यायाधीश पी.बी. बजनथ्री को पटना हाईकोर्ट का नियमित मुख्य न्यायाधीश नियुक्त कर दिया है। वे 27 अगस्त 2025 से कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के रूप में दायित्व संभाल रहे थे।
अब वे पूर्णकालिक मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायिक प्रशासन का नेतृत्व करेंगे। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बिपुल एम. पंचोली के सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होने के बाद यह पद रिक्त हो गया था। इसके बाद से ही जस्टिस बजनथ्री कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे थे।
जस्टिस पी.बी. बजनथ्री का जन्म 23 अक्टूबर 1963 को कर्नाटक में हुआ। उन्होंने बेंगलुरु के एसजेआरसी लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की और 1990 में कर्नाटक हाईकोर्ट में वकालत शुरू की। वर्ष 1993-94 में वे स्टैंडिंग काउंसल रहे और 2006 में केंद्र सरकार ने उन्हें नोटरी नियुक्त किया।
2 जनवरी 2015 को उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया। इसके बाद 16 मार्च 2015 को उनका तबादला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में हुआ। वर्ष 2018 में वे पुनः कर्नाटक हाईकोर्ट के जज बने। 20 अक्टूबर 2021 को उनका स्थानांतरण पटना हाईकोर्ट किया गया। तब से वे यहां न्यायिक कार्यों में सक्रिय हैं।
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