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    BPSC Jobs 2025: स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्ती, अगले 2 महीने में करीब 6000 पदों पर होगी नियुक्ति

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 06:14 AM (IST)

    स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है। हाल ही में 1431 चिकित्सकों और 7468 नर्सों की नियुक्ति की गई है। डॉक्टरों को वेतन और उपकरणों की कोई कमी नहीं है। डॉक्टरों को अब पटना से बाहर भी पोस्टिंग मिल रही है।

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    स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्ती, अगले 2 महीने में करीब 6000 पदों पर होगी नियुक्ति

    जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवाओं को उत्कृष्ट बनाने को कार्य तेजी से चल रहा है। चिकित्सकों के वेतन, आधारभूत संरचना, मशीन-उपकरण, दवा आदि के लिए अब राशि की कमी आड़े नहीं आती है। इसी सहयोग का परिणाम है कि गत 10 दिन में दूसरी बार चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र देने का अवसर मिला है।

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    10 दिन में रिकॉर्ड 1431 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। 31 मई को 228 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र दिया गया था और मंगलवार 10 जून को 694 पीजी डिग्रीधारी वरिष्ठ चिकित्सा पदाधिकारियों व सामान्य चिकित्सा पदााधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। इन्हीं दस दिनों के बीच पीजी डिग्रीधारी 509 विशेषज्ञ डाक्टरों की बांड पोस्टिंग की गई।

    इससे सरकारी अस्पतालों में जो थोड़ी डाक्टरों की कमी थी व काफी हद तक दूर हो गई है। इन्हीं दस दिनों में 7468 नर्सों की नियुक्ति की गई जो 2019 में हुई 6200 नियुक्ति के पद अबतक सर्वाधिक है। अगले दो से ढाई माह में बीपीएससी से विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के लिए 1800 असिस्टेंट प्रोफेसरों व बीटीएससी से करीब 4200 पदों पर विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों व दंत चिकित्सकों की नियुक्ति हो जाएगी। राज्य स्वास्थ्य समिति में भी आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।

    स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को ऊर्जा आडिटोरियम में 694 वरीय व सामान्य चिकित्सा पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देने के लिए आयोजित समारोह को संबाेधित कर रहे थे।

    मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे, प्रशासनिक पदाधिकारी राजेश कुमार, राज्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, राज्य आयुष समिति के कार्यपालक निदेशक वैभव चौधरी आदि उपस्थित थे।

    राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पद ढाई माह में भरेंगे:

    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2030 तक देश-प्रदेश से टीबी उन्मूलन, रक्त संग्रहण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को बेहतर ढंग से करने के लिए चिकित्सक नियुक्त किए जा रहे हैं। दो से ढाई में में नियुक्ति हो जाएगी। साथ ही 450 सीएचओ यानी सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों की नियुक्ति डेढ़ माह में पूरी हो जाएगी।

    उन्होंने नवनियुक्त डॉक्टरों को उनकी महती जिम्मेदारियों का अहसास कराते हुए हर मरीज को पूरे जज्बे-उत्साह के साथ लेने व अनुशासन एवं समर्पण के साथ कार्य करने की सलाह दी।

    अपर मुख्य सचिव ने नवनियुक्त डॉक्टरों को पीएमसीएच में बने मदर-चाइल्ड स्टैच्यू और उसमें लिखे होप शब्द को देखने की सलाह दी। उन्होंने मरीजों की जगह डाक्टरों को खुद को रखकर देखने और उसके अनुरूप अस्पताल आने वाले रोगियों के साथ व्यवहार करने की सलाह दी।

    भव्या पोर्ट में पंजीयन के साथ तमाम प्रक्रिया मौके पर हुईं पूरी:

    स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों तक डाक्टरों को पहुंचाने की कार्रवाई कितनी तेजी से कर रहा है, इसकी झलक समारोह स्थल पर देखने को मिली। यहां करीब डेढ़ दर्जन काउंटर बनाए गए थे, जहां नवनियुक्त डाक्टरों का भव्या पोर्टल पर पंजीयन कर उन्हें लाग इन व पासवर्ड दिया जा रहा था। इसके बाद वे जिस अस्पताल में जितने रोगी देखेंगे, सबका रिकार्ड तैयार होता जाएगा।

    बड़ा बदलाव, अब पटना से इतर जिलों में पोस्टिंग मांग रहे डॉक्टर:

    स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को नवनियुक्त 694 डॉक्टरों में से नौ को खुद नियुक्ति पत्र दिया। इस क्रम में उन्होंने नवनियुक्त डॉक्टरों से बातचीत की और पूछा कि वे किस जिले में सेवा देना चाहते हैं। अप्रत्याशित रूप से 9 में से छह डॉक्टरों ने राजधानी पटना से इतर दरभंगा, खगड़िया जैसे जिलों में पोस्टिंग की मांग की।

    इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे नवनियुक्त व पूर्व से सेवा दे रहे डॉक्टरों की मांग के अनुसार कार्यस्थल आवंटित करें। उन्होंने कहा कि समृद्ध बिहार, आत्मनिर्भर व विकसित बिहार का रास्ता स्वास्थ्य से होकर ही जाता है।