BSSC परीक्षा रद कराने के लिए जानबूझकर किया था पेपर लीक, प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे इस शख्स की गैंग के मेंबर
परीक्षा रद कराने के लिए समय बदलकर प्रश्न पत्र प्रसारित किया गया था। इसके बाद प्रदर्शन कराया गया। बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एजेंसी को ऐसे तथ्यों के बारे में पता चला है। मामले में एक शख्स और उसके गैंग की भूमिका सामने आ रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार, परीक्षा रद कराने की नीयत से जानबूझकर 24 दिसंबर का प्रश्नपत्र परीक्षा खत्म होने के बाद प्रसारित किया गया था। इस मामले में पटना से गिरफ्तार अभिनंदन की सबसे बड़ी भूमिका सामने आ रही है।
ईओयू सूत्रों के अनुसार, 26 दिसंबर को बीएसएससी ने जब 23 दिसंबर की पहली पाली की परीक्षा रद की थी तो एक पूरा गैंग 24 दिसंबर की परीक्षा रद कराने के लिए सक्रिय हो गया। इसमें अभिनंदन भी शामिल था। इस गैंग के सदस्यों ने 24 दिसंबर की परीक्षा के प्रश्नपत्र का समय बदलकर इसे कई मीडिया संस्थानों के साथ अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप में शेयर किया ताकि लगे कि परीक्षा के दौरान ही प्रश्नपत्र प्रसारित हुआ था।
इतना ही नहीं, परीक्षा रद होने के अगले दिन 27 दिसंबर को बीएसएससी अभ्यर्थियों के पटना में प्रदर्शन में भी अभिनंदन के साथ इस गैंग के सदस्य शामिल थे। इनका मकसद छात्रों के प्रदर्शन से दबाव बनाकर 24 दिसंबर की परीक्षा भी रद कराना था।
23 दिसंबर को मोतिहारी से लीक हुआ था पेपर, आधा दर्जन गिरफ्तार
बीएसएससी की प्रारंभिक परीक्षा 23 और 24 दिसंबर को आयोजित की गई थी। 23 दिसंबर की परीक्षा का प्रश्नपत्र मोतिहारी के शांति निकेतन जुबली स्कूल से लीक हुआ था। हालांकि परीक्षा अवधि में प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र से बाहर आने के कारण इस दिन पहली पाली में ली गई परीक्षा को बाद में रद कर दिया गया था। इस मामले में ईओयू की टीम तस्वीर खींचने वाले सुपौल के छात्र अजय, साल्वर गिरोह के सदस्यों समेत आधा दर्जन से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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