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    पैतृक संपत्ति के लिए 8 लाख में तय हुई थी सौतेले भाई की हत्या, शूटर सहित पांच गिरफ्तार

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 09:02 AM (IST)

    पटना के कदमकुआं थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। दो भाइयों ने अपनी पैतृक संपत्ति के लिए सौतेले भाई की हत्या की साजिश रची थी और शूटरों को सुपारी भी दी थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शूटरों समेत तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया साथ ही हथियार भी बरामद किए।

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    आठ लाख की सुपारी देकर रची थी सौतेले भाई की हत्या की साजिश

    जागरण संवाददाता, पटना। कदमकुआं थाना पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी वारदात टल गई। डेढ़ करोड़ की पैतृक संपत्ति हड़पने की नीयत से दो भाइयों ने मिलकर सौतेले भाई की हत्या की साजिश रची थी। वारदात को अंजाम देने के लिए शूटर को आठ लाख की सुपारी देने की बात भी कही गई थी।

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    समय पर सूचना मिलते ही एक्शन में आई पुलिस ने उन्हें अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया। पुलिस ने कार सवार शूटर सहित तीनों अपराधियों को दबोच लिया। कार से दो पिस्टल, दो कट्टा, तीन मैगजीन और 18 गोली बरामद की है।

    तीनों की निशानदेही पर साजिशकर्ता दोनों भाइयों मनीष कुमार और विकास कुमार को पीरमुहानी से गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों अपराधियों की पहचान नदी थाना क्षेत्र के कच्ची दरगाह निवासी बैजू कुमार, सौरभ कुमार और फतुहा के करण कुमार के रुप में हुई। पुलिस ने एक कार और एक बाइक भी जब्त कर ली है।

    अपराधियों के पास से पांच टोपी भी मिली है। वारदात को अंजाम देते समय वह टोपी पहनते, ताकि सीसीटीवी में उनका चेहरा ना आ सके।

    सिटी एसपी मध्य दीक्षा ने बताया कि पूछताछ में अपराधियों ने स्वीकार किया कि नीरज पांडेय की हत्या के लिए उसके सौतेले भाई मनीष और विकास ने उन्हें सुपारी दी थी। अपराधियों को हथियार किसने मुहैया कराया, इसकी जांच की जा रही है। इनके आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है।

    मंगलवार की शाम नीरज पांडेय ने कदमकुआं थाना पुलिस को बताया कि कुछ अपराधी उनका पीछा कर रहे हैं। वे उनकी हत्या की फिराक में है। कदमकुआं थानेदार अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों की टीम बिना देर किए फकीरबारा मस्जिद के पास पहुंच गई। वहां से सबसे पहले सौरभ को दबोचा गया।

    जबकि अन्य कार सवार आरोपित हथियार के साथ दक्षिण दिशा की तरफ भाग निकले। वे दिल्ली नंबर की ग्रे रंग की कार में सवार थे। अपराधी सौरभ को गिरफ्तार करने के बाद उसे और पीड़ित नीरज को साथ लेकर पुलिस उस कार का पीछा करने लगी। कुछ दूर आगे वैशाली गोलंबर के पास कार को घेर लिया गया।

    कार में सवार दो आरोपित फरार हो गए, जबकि शूटर करण कुमार और बैजू कुमार को दबोच लिया गया। इनकी निशानदेही पर मुख्य आरोपित दोनों भाइयों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि जहानाबाद में नीरज की पैतृक जमीन है। उसी जमीन को लेकर नीरज का उनके सौतेले भाइयों से विवाद चल रहा था।