BPSC-70वीं पीटी दोबारा कराए जाने को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर, RJD बोली- सीबीआई करे जांच
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा में कथित पेपर लीक और अनियमितताओं को लेकर पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में परी ...और पढ़ें

विधि संवाददाता, पटना। बीपीएससी द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में कथित तौर पर हुए पेपर-लीक (BPSC Paper Leak) की जांच और पुनः परीक्षा कराने को लेकर पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) में एक याचिका दायर की गई है।
इस याचिका को पप्पू कुमार एवं अन्य ने अधिवक्ता प्रणव कुमार के माध्यम से दायर किया है। गुरुवार को प्रणव ने बताया कि याचिका की प्रति महाधिवक्ता कार्यालय में दे दी गई है। याचिका में आरोप लगाया है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई और अनियमिताताएं बरती गईं।
13 दिसंबर को हुई थी बीपीएससी की परीक्षा
उल्लेखनीय है कि बीपीएससी ने 23 सितंबर को 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा के लिए विज्ञापन निकाला था और 13 दिसंबर को परीक्षा को आयोजन हुआ था। राज्य के 912 केंद्रों में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। याचिका में यह भी कहा गया कि काफी अभ्यर्थियों को प्रश्न-पत्र ही उपलब्ध नहीं कराए गए।
छात्रों ने की परीक्षा रद करने की मांग
इस परीक्षा में पेपर-लीक की बात सामने आने से आम लोगों और छात्रों के विश्वास को गहरा धक्का लगा है। याचिका में मांग की गई है कि प्रारंभिक परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के मद्देनजर 13 दिसंबर, 2024 और पुनः 04 जनवरी, 2025 को ली गई प्रारंभिक परीक्षा को पूर्णरूप से रद किया जाए एवं उनके परिणाम घोषित नहीं किए जाएं। साथ ही बगैर किसी गड़बड़ी के इस परीक्षा को पुनः आयोजित किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
उल्लेखनीय है कि इससे पहले यह मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखा गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करने से इन्कार करते हुए कहा था कि मामले को प्रथम दृष्ट्या सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष नहीं लाया जा सकता। याचिकाकर्ता को पहले पटना हाई कोर्ट समक्ष यह मुद्दा उठाना चाहिए।
बीपीएससी पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर जसुपा पहुंची हाई कोर्ट
बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को दोबारा कराए जाने की मांग को लेकर जन सुराज पार्टी (जसुपा) ने भी पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। याचिका दायर कर उसने दोबारा परीक्षा कराए जाने का आदेश देने का अनुरोध किया है।
जसुपा की ओर से अधिवक्ता प्रणव कुमार ने अनुच्छेद-226 के तहत रिट याचिका दायर कर बीपीएससी की पीटी को रद कर पुनर्परीक्षा कराने की मांग की है। इसके साथ ही कोर्ट से अनुरोध किया है कि जब तक पुनर्परीक्षा न हो जाए, तब तक परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया जाए।
बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे पर राजद सरकार पर हमलावर
- 70वीं पीटी में धांधली के आरोपों के बाद राजद ने बीपीएससी की भूमिका पर भी प्रश्न-चिह्न लगा दिया है। उसकी मांग है कि बीपीएससी व कोचिंग माफिया की भूमिका की जांच सीबीआई या सेवारत न्यायाधीश से कराई जाए।
- गुरुवार को प्रेस-वार्ता कर राजद प्रवक्ताओं ने बीपीएससी और कोचिंग माफिया की मिलीभगत का भी आरोप लगाया।
पार्टी की बिहार इकाई के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव व प्रमोद कुमार सिन्हा के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
शक्ति ने कहा कि बीपीएससी की पीटी में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। सत्ता संरक्षित कोचिंग माफिया अभ्यर्थियों के आंदोलन को भटका रहे। बापू परीक्षा केंद्र के अभ्यर्थियों को दोबारा परीक्षा का अवसर देने से स्पष्ट हो जाता है कि धांधली हुई है। बीपीएससी का कहना था कि नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा, फिर भी दो तरह की परीक्षा ली गई। अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ है।
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