नई गाइडलाइन में फंसा बीपीएससी 68वीं का विज्ञापन, परीक्षा के लिए किए जा रहे हैं कई बदलाव
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से 68वीं परीक्षा को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं। ऐसे में 68वीं संयुक्त प्रतियाेगिता परीक्षा के लिए विज्ञापन नई गाइडलाइन के पेंच में फंस गया है। आयोग को 280 पदों के लिए अधियाचना प्राप्त हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 68वीं संयुक्त प्रतियाेगिता परीक्षा के लिए विज्ञापन नई गाइडलाइन के पेंच में फंस गया है। आयोग की ओर से 68वीं परीक्षा को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं। इसके लिए आयोग के सदस्यों की बैठक में मुहर लगने के बाद ही विज्ञापन जारी होगा।
तीन नवंबर को बीपीएससी सदस्यों की बैठक
बताया जाता है कि बीपीएससी सदस्यों की बैठक आगामी तीन नवंबर को संभावित है। बैठक में निर्णय होने के एक-दो दिनों के भीतर विज्ञापन जारी होने की संभावना है। आयोग के सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि आयोग को 280 पदों के लिए अधियाचना प्राप्त हो चुकी है। आयोग की बैठक में गाइडलाइन को लेकर निर्णय होना है। बैठक में निर्णय होते ही विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा।
आठ पद पुलिस उपाधीक्षक के
सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त अधियाचना में अब तक आठ पद पुलिस विभाग में पुलिस उपाधीक्षक के लिए हैं। इसके अतिरिक्त कामर्शियल टैक्स अधिकारी के सात, सहायक निर्वाचन अधिकारी के आठ, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के 40, आरडीओ के सात, उत्पाद विभाग के उत्पाद अधिकारी के 20, प्रखंड अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण अधिकारी के 60, प्रखंड राजस्व अधिकारी के 39 पदों सहित 280 पदों के लिए अब तक वैकेंसी शामिल है। प्रारंभिक परीक्षा तक आने वाली अधियाचना को इसमें शामिल किया जाएगा।
जनवरी में पीटी व अप्रैल में मुख्य परीक्षा
आयोग के सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि 68वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के तहत प्रारंभिक परीक्षा जनवरी 2023 में संभावित है, जबकि मुख्य परीक्षा अप्रैल 2023 में लेने की तैयारी की जा रही है। दोनों परीक्षा आयोग के नए नियमों के तहत ली जाएगी। इसके तहत जल्द ही निगेटिव मार्किंग कितनी होगी? इसकी भी घोषणा आयोग की ओर से की जाएगी। इससे तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बेहतर रहेगा।