BPSC 65th Result: बीपीएससी 65वीं वैशाली की श्रुति ने किया कमाल, लगतार दूसरी बार पाई है सफलता
श्रुति ने लगातार दूसरी बार बीपीएससी की परीक्षा में कामयाबी पाई है। यह अलग बात है कि इस बार उनकी रैंकिंग पिछली दफा से कई गुना अधिक बेहतर है। श्रुति 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 920 वां स्थान लाकर राजस्व पदाधिकारी बनी थीं

देसरी (वैशाली), संवाद सूत्र। BPSC 65th Result: बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद वैशाली जिले के देसरी प्रखंड के लोगों में खूब खुशी है। प्रखंड के उफरौल निवासी स्वर्गीय पारसनाथ सिंह की पुत्री श्रुति ने लगातार दूसरी बार बीपीएससी की परीक्षा में कामयाबी पाई है। यह अलग बात है कि इस बार उनकी रैंकिंग पिछली दफा से कई गुना अधिक बेहतर है। श्रुति 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 920 वां स्थान लाकर राजस्व पदाधिकारी बनी थीं और अब गुरुवार को प्रकाशित 65 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में 78 वां स्थान लाकर ग्रामीण विकास पदाधिकारी के लिए चयनित हो गई हैं।
64 वीं परीक्षा में बनी थी सीओ अब 65 वीं में बीडीओ पद पर कामयाबी
गुरुवार की दोपहर जैसे ही बीपीएससी की ओर से परीक्षाफल प्रकाशित हुआ तो सीओ श्रुति के घर में बीडीओ बनने पर दोगुनी खुशियां छा गईं। श्रुति के दादा स्वर्गीय शिवशंकर सिंह किसान थे। पिता पारसनाथ सिंह शिक्षक थे, जिनका निधन श्रुति के बचपन में ही बीमारी से हो गया था। उनकी माता दीपा कुमारी हाजीपुर में उत्क्रमित मध्य विद्यालय नवादा कलां में प्रधानाध्यापिका हैं।
- पहले प्रयास में 920 वें रैंक पर आई थी, दूसरी बार मिल गया 78 वां रैंक
- बचपन में ही हो गया था पिता का निधन, मां ने पढ़ाई के लिए दी हर सुविधा
- केंद्रीय विद्यालय, हाजीपुर से हुई थी दसवीं तक की पढ़ाई
देसरी की श्रुति ने दूसरी बार भी बीपीएससी में पाई बड़ी सफलता
श्रुति की मां ने अपनी दो पुत्रियों एवं एक पुत्र को पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके परिणामस्वरूप श्रुति ने पहले सीओ और अब बीडीओ बनने में कामयाबी हासिल की है। वह केंद्रीय विद्यालय, हाजीपुर से 10वीं एवं इंडियन पब्लिक स्कूल से 12 वीं की पढ़ाई सीबीएसई बोर्ड से की हैं। वही पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से बीटेक करने के बाद वह बीपीएससी की तैयारी में जुट गई थीं।
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