Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाजपा नेता व यूट्यूबर मनीष कश्यप के साथ पटना में मारपीट, पीएमसीएच में डॉक्टरों ने पीटा

    Updated: Mon, 19 May 2025 04:34 PM (IST)

    मनीष कश्यप के साथ राजधानी के पीएमसीएच में मारपीट की गई। मनीष यूट्यूबर हैं होने के साथ अभी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी हैं। बताया जाता है कि सोमवार को मनीष के साथ हॉस्पिटल के डॉक्टरों की झड़प हुई थी जिसके बाद मारपीट हुई। वारदात में उन्हें चोटें भी आई हैं।

    Hero Image
    भाजपा नेता व यूट्यूबर मनीष कश्यप। जागरण आर्काइव।

    जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता व यूट्यूबर मनीष कश्यप के साथ राजधानी के पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में मारपीट की गई। घटना सोमवार की दोपहर की है। बताया जा रहा है कि मनीष के साथ हॉस्पिटल के डॉक्टरों की झड़प हुई थी, जिसके बाद बात मारपीट तक पहुंच गई। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मरीज की पैरवी करने आए थे मनीष

    पीएमसीएच के एक चिकित्सक ने बताया कि सोमवार की दोपहर मनीष किसी मरीज की पैरवी करने के लिए आए थे। इस दौरान उनकी महिला चिकित्सकों से बहस हो गई। महिला डॉक्टर के साथ अभद्रता करने पर जूनियर डॉक्टर आगबबूला हो गए। 

    महिला चिकित्सकों से अभद्रता का आरोप

    बताया जाता है कि महिला चिकित्सकोंं से अभद्रता करने पर मनीष कश्यप को जूनियर डॉक्टरों ने पीट दिया। घटना के बाद पीएमसीएच में हंगामा शुरू हो गया। किसी तरह बीचबचाव कर लोगों ने मामला सुलझाया। आरोप यह भी है कि मनीष को पीएमसीएच में बंधक बना लिया गया था। 

    मनीष की तरफ से भी आई सफाई

    इधर, मामले को लेकर मनीष कश्यप की तरफ से भी पक्ष आया है। उनके समर्थकों ने बताया कि किसी मरीज के साथ अभद्रता नहीं की गई है। डॉक्टर बिन बात के उलझ गए। उन्होंने मनीष कश्यप के साथ मारपीट की है। समर्थकों ने कहा कि मारपीट में मनीष के चेहरे पर चोट भी आई है। 

    थाने पहुंचा मारपीट का मामला

    पीएमसीएच में मनीष कश्यप के साथ मारपीट का मामला थाने पहुंच गया। वारदात में दोनों पक्षों के लोग थाने पहुंचे। मनीष के समर्थकों ने मारपीट में चोट आने का आरोप लगाया है। इधर, डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है। 

    बंधक बनाए जाने का लगाया आरोप

    मनीष कश्यप के समर्थकों ने कहा कि पीएमसीएच में वारदात के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बंधक बना लिया। काफी देर तक वह हॉस्पिटल में ही कैद रहे। काफी देर की मशक्कत के बाद डॉक्टरों ने उन्हें छोड़ा।