बिहार का युवक 12 रुपये में अमेजन-फ्लिपकार्ट को लगा रहा था चपत, ईओयू ने ठगी के नए तरीके का किया पर्दाफाश
अनजान नंबर से ऐप डाउनलोड कर अमेजन फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को ठग कैशबैक की चपत लगा रहा था। उसके पास से 14 मोबाइल सेट 19 मोबाइल सिम एक पासबुक दो डेबिट कार्ड और पांच चेकबुक बरामद किए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना : आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने साइबर ठगी के नए तरीके का पर्दाफाश किया है। इसमें साइबर ठग अनजान नंबर से ऐप डाउनलोड कर अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को कैशबैक की चपत लगा रहा था। इस मामले में ईओयू ने बेतिया के चनपटिया थाना अंतर्गत चौबेटोला से 28 वर्षीय साइबर अपराधी पिंटू कुमार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 14 मोबाइल सेट, 19 मोबाइल सिम, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और पांच चेकबुक बरामद किए गए हैं।
ऐप क्लोनर प्रो से कर रहा था खेल
ईओयू के अनुसार, पिंटू कुमार अपने मोबाइल में ऐप क्लोनर प्रो ऐप का इस्तेमाल कर अमेजन, फ्लिपकार्ट, मोबीक्विक, स्नैपडील जैसी ई-कामर्स वेबसाइट का क्लोन ऐप बनाकर डाउनलोड कर लेता था। इसके बाद आटो बाय ओटीपी वेबसाइट का इस्तेमाल कर किसी भी अनजान मोबाइल नंबर को डालकर ओटीपी प्राप्त कर लेता था।
कैशबैक कर लेता था हासिल
ओटीपी के बदले उसे 12 रुपये वेबसाइट को देने पड़ते थे। यानी वह दूसरे के मोबाइल नंबर से अपने मोबाइल सेट पर ई-कामर्स वेबसाइट का ऐप डाउनलोड कर उसका इस्तेमाल करता था। इसके बाद वह अनजान नंबर से ई-कामर्स वेबसाइट से सामान का आर्डर कर या पेमेंट कर पहले आर्डर पर मिलने वाला कैशबैक हासिल कर लेता था। क्लोनिंग व ओटीपी के जरिए वह एक साथ कई लोगों के नंबर का इस्तेमाल कर यह फायदा उठा रहा था। ईओयू ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
फर्जीवाड़ा करने के आरोपित को जेल
डीजीपी एसके सिंघल के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर जाली वाट्सऐप बनाने और आम जनता के मोबाइल नंबर से फर्जी तरीके से ओटीपी प्राप्त करने के आरोपित को गिरफ्तार किया गया। आर्थिक अपराध इकाई ने बेतिया जिला के चनपटिया निवासी पिंटू कुमार को गिरफ्तार कर शुक्रवार को विशेष अदालत में पेश किया। विशेष अदालत ने आरोपित को 30 नवंबर तक के लिए जेल भेज दिया। आर्थिक अपराध इकाई ने 26 सितंबर को मामला दर्ज किया है।
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