Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Weather Update: पटना में आज से तीन दिन तक बरसेंगे बादल, चंपारण समेत जानिए अपने जिले का हाल

    By Jagran NewsEdited By: Prince Sharma
    Updated: Wed, 06 Sep 2023 05:00 AM (IST)

    Bihar Weather Update बिहार में बीते दो दिनों से मानसून की सक्रियता बनी हुई है। इनके प्रभाव से हल्की वर्षा का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के अनुसार बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आने से लोगों को उमस से राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिनों प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है।

    Hero Image
    Bihar Weather Update: पटना में आज से तीन दिन तक बरसेंगे बादल

    जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत प्रदेश में बीते दो दिनों से मानसून की सक्रियता बनी हुई है। इनके प्रभाव से हल्की वर्षा का सिलसिला जारी है। भारी वर्षा की आस लगाए लोग उमड़-घुमड़ कर बादलों को देखते रहे पर झमाझम वर्षा राजधानी में नहीं हो सकी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारी वर्षा को लेकर कोई सिस्टम अभी सक्रिय नहीं

    बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आने से लोगों को उमस से राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले तीन दिनों प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है। भारी वर्षा को लेकर कोई सिस्टम अभी सक्रिय नहीं है। अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दक्षिण मध्य, दक्षिण-पूर्व भागों के कुछ स्थानों पर वज्रपात व मेघ गर्जन की संभावना है।

    उत्तर बिहार मे हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा दर्ज की गई।

    वहीं, बक्सर, रोहतास, सारण, कैमूर, बांका, मुंगेर, वैशाली, जमुई में हल्की वर्षा के आसार हैं। वहीं, बुधवार को उत्तर पूर्व व दक्षिण पूर्व भाग के 12 जिलों को लेकर मेघ गर्जन व वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की है। इस दौरान प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा के आसार हैं। बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर बिहार के अधिसंख्य स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा दर्ज की गई।

    पूर्वी चंपारण के ललबेगियाघाट में 42.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी में 0.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ लखनऊ, सतना, रायपुर होते हुए एक कम दबाव का क्षेत्र से उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी से होते ओडिशा व आंध्रप्रदेश तक प्रभावी है।