बिहार में पर्यटकों के लिए नए डेस्टिनेशन; सात जिलों के लिए बन रहा खास प्लान, 7 नए 5 स्टार होटल पर भी आया अपडेट
बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सात जिलों में नए डेस्टिनेशन विकसित करने की योजना बनाई है। इसके साथ ही, राज्य में सात नए 5-स्टार होटल भ ...और पढ़ें

सात जिलों के लिए बनेगा डेस्टिनेशन स्ट्रेटजी डेवलपमेंट प्लान।
कुमार रजत, पटना। New Tourists Spots in Bihar: राज्य में कैमूर-रोहतास से लेकर मुंगेर-भागलपुर तक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसके लिए सात जिलों को चिह्नित किया गया है, जिनमें मुंगेर, बांका, जमुई, भागलपुर, लखीसराय, कैमूर और रोहतास शामिल हैं।
इन जिलों में पर्यटन केंद्रों को विकसित करने के लिए डेस्टिनेशन स्ट्रेटजी डेवलपमेंट प्लान बनाया जाएगा। इसके लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम एजेंसी की खोज कर रहा है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, डेस्टिनेशन स्ट्रैटजी डेवपलमेंट प्लान के तहत इन जिलों में पर्यटकों के लिए पहले से मौजूद आकर्षक स्पाॅट तो चिह्नित होंगे ही, आसपास नए पर्यटन केंद्र और सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा।
इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं
एजेंसी को कार्ययोजना बनाने के लिए तीन माह का समय दिया जाएगा। इसके बाद योजना को मूर्त रूप में उतारने का काम शुरू होगा। पर्यटन विभाग ने जिन सात जिलों मुंगेर, बांका, जमुई, भागलपुर, लखीसराय, कैमूर और रोहतास का चयन किया है, उनमें इको-टूरिज्म की संभावनाएं सबसे अधिक हैं।
यह क्षेत्र पहाडि़यों, जंगलों, झरनों, झील आदि से संपन्न हैं। रोहतास में रोहतासगढ़ किला, शेरशाह सूरी का मकबरा, मझार कुंड एवं धुआं कुंड, तूतला भवानी जलप्रपात हैं, तो कैमूर में शेरगढ़ किला, कमरचट बांध, वन्यजीव अभयारण्य और माता मुंडेश्वरी मंदिर आदि प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं, जहां सुविधाएं बढ़ाने की योजना है।
मुंगेर में भीमबांध वन्यजीव अभ्यारण बनाने की स्वीकृति भी इसी सिलसिले में दी गई है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग इस परियोजना का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
सात नए फाइव स्टार होटल बनेंगे, तीन पटना में
पर्यटकों की सुविधा के लिए राज्य में सात नए फाइव स्टार होटल बनाए जाने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है। इनमें पटना में तीन, राजगीर में दो और वैशाली में एक फाइव स्टार होटल बनाया जाना है।
पटना के आयकर गोलंबर के पास होटल पाटलिपुत्र अशोक की जगह आइटीसी नए होटल का निर्माण करेगा। यहां पुराने होटल के ढांचे को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है।
सबसे पहले इसी फाइव स्टार होटल के तैयार होने की उम्मीद है। वहीं गांधी मैदान के पास बांकीपुर बस पड़ाव की जमीन पर होटल के लिए एजेंसी को लेटर ऑफ अवार्ड इश्यू कर दिया गया है।
वीरचंद पटेल पथ पर सौ साल से भी पुराने भवन सुल्तान पैलेस को हेरिटेज होटल की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। इसके लिए कला एवं संस्कृति विभाग के सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई हैं, जो इसकी संभावनाओं को तलाशेगी।

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