दूध, अंडा और मांस उत्पादन में राष्ट्रीय औसत से आगे निकला बिहार; केंद्र सरकार ने जारी किए आंकड़े
बिहार ने दूध, अंडा और मांस के उत्पादन में राष्ट्रीय औसत को पार कर लिया है। राज्य सरकार की नीतियों और किसानों की मेहनत से यह संभव हुआ है। दूध उत्पादन म ...और पढ़ें

पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन विजयालक्ष्मी। जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार ने दूध, अंडा और मांस उत्पादन के क्षेत्र में इस वर्ष ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य ने इन तीनों पशुजन्य उत्पादों की वार्षिक वृद्धि दर में राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ते हुए देशभर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा जारी नवीनतम आंकड़े इस प्रगति की पुष्टि करते हैं।
बुधवार को विकास भवन सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन विजयालक्ष्मी ने बताया कि वर्ष 2024-25 में बिहार ने पशुधन आधारित उत्पादन में शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने बताया कि देश में अंडा उत्पादन की वार्षिक वृद्धि दर के मामले में बिहार पहले स्थान पर पहुंच गया है, जहां 9.99 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। दूध उत्पादन में राज्य 4.24 प्रतिशत वृद्धि के साथ देश में छठे स्थान पर रहा, जबकि मांस उत्पादन में 4.03 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बिहार देश में नौवें स्थान पर है।
राष्ट्रीय स्तर पर इस अवधि में दूध उत्पादन में 3.58 प्रतिशत, अंडा उत्पादन में 4.44 प्रतिशत और मांस उत्पादन में 2.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इनकी तुलना में बिहार की उपलब्धियां कहीं अधिक बेहतर हैं, जो राज्य सरकार की योजनाओं और पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ होने का संकेत है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में पशुजन्य उत्पादों की प्रति व्यक्ति उपलब्धता भी बढ़ी है। वर्ष 2023-24 में जहां प्रतिदिन 277 ग्राम दूध उपलब्ध था, वहीं 2024-25 में यह बढ़कर 285 ग्राम हो गया है। इसी तरह अंडे की उपलब्धता 27 से बढ़कर 29 प्रति वर्ष और मांस की उपलब्धता 3.19 किलोग्राम से बढ़कर 3.27 किलोग्राम प्रतिवर्ष हो गई है।
मत्स्य उत्पादन में भी बड़ी छलांग
डॉ. विजयालक्ष्मी ने बताया कि विभागीय योजनाओं के प्रभाव से राज्य में मत्स्य उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और बिहार अब इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन चुका है। वर्ष 2013-14 में राष्ट्रीय रैंकिंग में नौवें स्थान पर रहने वाला बिहार वर्ष 2023-24 में मत्स्य उत्पादन में देशभर में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। कि उत्पादन में यह वृद्धि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी और पशुपालकों के लिए आय बढ़ाने के नए अवसर सृजित करेगी।

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