डीजी लॉकर से जुड़ा बिहार राज्य Cooperative Bank, खाताधारकों को सुरक्षा के साथ मिलेंगी कई डिजिटल सुविधाएं
बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड डीजी लॉकर से जुड़ने वाला उत्तर और पूर्वी भारत का पहला सहकारी बैंक बन गया है। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने इस सेवा का शुभारंभ किया। इस कदम से खाताधारकों को टीडीएस प्रमाणपत्र और खाते की जानकारी जैसे दस्तावेज आसानी से मिल सकेंगे। बैंक का लक्ष्य ग्राहकों को डिजिटल सेवाएं प्रदान करना और सहकारी बैंकिंग को तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (बीएससीबी) ने भारत सरकार के डीजी लॉकर प्लेटफॉर्म से सफलतापूर्वक जुड़ने वाला उत्तर और पूर्वी भारत का पहला सहकारी बैंक बनकर इतिहास रच दिया है।
सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने पटना स्थित बैंक मुख्यालय से इस सेवा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के सूचना पत्र भी जारी किए गए।
डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि सहकारी बैंक बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डीजी लॉकर से जुड़ने से बैंकिंग सेवाएं और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुलभ होंगी।
अब बीएससीबी खाताधारक टीडीएस प्रमाणपत्र, ब्याज प्रमाणपत्र और खाता विवरण जैसे दस्तावेज कभी भी, कहीं से भी डिजिटल रूप में प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने राज्यवासियों से सहकारी बैंकों से जुड़कर आधुनिक बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने और राज्य की प्रगति में योगदान देने की अपील की।
बैंक के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य खाताधारकों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है। डीजी लॉकर के माध्यम से ग्राहकों को सुरक्षित और तेज सेवाएं मिलेंगी।
बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे ने कहा कि सहकारी बैंकिंग को तकनीकी रूप से मज़बूत बनाकर ग्रामीण और शहरी ग्राहकों को समान डिजिटल सेवाएँ प्रदान करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण है। जल्द ही सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों को भी इस प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ा जाएगा।
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