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    तेज प्रताप को RJD से निकालना सियासी स्टंट?, लालू परिवार में ‘ड्रामा और एक्शन’ पर राजनीति तेज

    Updated: Sun, 25 May 2025 10:24 PM (IST)

    लालू परिवार में तेजप्रताप के कारनामों से नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष इसे चुनावी स्टंट बता रहा है। तेजप्रताप पर पहले भी कई नेताओं और मीडियाकर्मियों को अपमानित करने के आरोप हैं। ऐश्वर्या राय के मामले में भी लालू परिवार सवालों के घेरे में है। विपक्ष का आरोप है कि लालू राजनीतिक लाभ के लिए नाटक कर रहे हैं।

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    लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ तेज प्रताप यादव। (सौ. इंटरनेट)

    राज्य ब्यूरो, पटना। परिवार में लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर बनी चिंताजनक स्थिति के बीच ही तेजप्रताप ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया।

    इस प्रकरण पर कुछ स्वजन तो चुप्पी साध लिए हैं, लेकिन तेजस्वी यादव के साथ रोहिणी आचार्य ने भी तेजप्रताप के कृत्य की निंदा ही की है। अलबत्ता विरोधी दलों के नेता राजद से तेजप्रताप के निष्कासन को राजनीतिक स्टंट बता रहे।

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    उनका कहना है कि लालू परिवार ने पहले भी गलत उदाहरण बनाए हैं और अब भी वही सब कुछ हो रहा। तेजप्रताप का निष्कासन तत्कालिक है और यह सब चुनावी लाभ के उद्देश्य से हो रहा।

    पूछने वाले तो यहां तक पूछ रहे कि ऐश्वर्या के साथ लालू परिवार ने जो व्यवहार किया, उस समय लालू क्यों चुप रहे? बेटी की शादी में शोरूम से कारें उठा ली गई थीं, तब लालू ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया?

    वस्तुत: तेजप्रताप के विरुद्ध हुई कार्रवाई मात्र दिखावटी है। वे तो पहले से ही राजद में कमजोर थे। अब तेजस्वी के दबाव में उन्हें और भी किनारे लगा दिया गया है। यह सब योजनाबद्ध तरीके से हुआ है।

    दरअसल, तेजप्रताप की उद्दंडता जब-तब सार्वजनिक होती रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी अपमानित करने से वे बाज नहीं आए।

    पार्टी के एक जिलाध्यक्ष को उन्होंने थप्पड़ मारकर बैठक से बाहर कर दिया था। मीडिया के लोगों को भी अपमानित किया था। ऐश्वर्या भी ऐसे ही अपमानों का आरोप लगाते हुए राबड़ी आवास से बाहर हुई थीं।

    भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल आनंद एक्स पर लिखते हैं कि लालूजी ने तेज प्रताप को पार्टी और घर से बाहर करके इतिश्री कर लिया यानी अपना पिंड छुड़ा लिया। अब यह सब इस अंदाज में किया-धरा लगता है कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे।

    इसे यूं समझें कि सबसे पहले लालूजी के परिवार और पार्टी में नेतृत्व-राजनीति के स्तर पर निरंतर का द्वंद व आसन्न संकट निपट गया।

    दूसरा, तेजप्रताप भी अपनी मनमर्जी शादी करके अपनी जिंदगी में खुश हो गया है और पार्टी एवं परिवार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग से उनकी राजनीतिक दुकान भी चलती रहेगी।

    तीसरा, ऐश्वर्या राय प्रकरण में हुई लालू परिवार की बदनामी का ठीकरा भी अब तेजप्रताप के माथे शिफ्ट कर दिया गया है। अब एक एक्शन में सब सेटेल और लालूजी सपरिवार कुर्ता झाड़कर एकदम टाइट।

    रोहिणी आचार्य ने पिता का दिया साथ

    तेज प्रताप की बहन रोहिणी आचार्य ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि जो परिवेश, परंपरा, परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं, उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं। जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण व परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारंबार लांघने की गलती, धृष्टता करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं।

    हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं, परिवार हमारा मंदिर एवं गौरव और पापा के अथक प्रयासों-संघर्षों से खड़ी की गई पार्टी व सामाजिक न्याय की अवधारणा हमारी पूजा, इन तीनों की प्रतिष्ठा पर किसी की वजह से कोई आंच आए, ये हमें कदापि स्वीकार्य नहीं।

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कसा तंज

    जीतन राम मांझी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि मर्यादा और संस्कार की बात करने वाले लालूजी जब राबड़ी देवी ने ऐश्वर्या को बेरहमी से मारकर घर से निकाल दिया था तो उस वक्त आपके संस्कार क्यों नहीं जागें?

    ऐश्वर्या को मारकर घर से बाहर निकालने वालों को आप परिवार से अलग कर देते। पार्टी से निष्कासित करने का आदेश जारी कर देते तब न आपकी मर्यादा और संस्कार की बात मानी जाती।

    'लालू यादव कर रहे नाटक'

    भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि लालू प्रसाद राजनीतिक लाभ के लिए कार्रवाई का नाटक कर रहे। राजद का यह चुनावी हथकंडा है। सब कुछ लालू-राबड़ी के कारण ही हो रहा है।

    अगर बचपन में समुचित संस्कार दिए होते तो संभवत: आज ऐसी स्थिति नहीं आती। लालू परिवार ने हमेशा तेजप्रताप यादव की गलतियों को ढकने का प्रयास किया। परिणाम आज समाज के सामने हैं। 

    'तेजस्वी बता रहे बड़े भाई'

    जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद नैतिक मूल्यों और परिवारिक संस्कार की बात कर रहे हैं तो मैं उनसे पूछता हूं कि जब ऐश्वर्या राय के साथ दुर्व्यवहार हो रहा था, तब आपका और आपके परिवार का संस्कार कहां गया था? क्या यही बेटियों का सम्मान है लालू परिवार में?

    कहीं ऐश्वर्य राय द्वारा मुआवजे या वैवाहिक अधिकारों की मांग से बचने की चाल तो नहीं है? बिना तलाक दूसरी शादी तो कानूनन अमान्य है तो अनुष्का का क्या होगा? लालू कहते हैं कि तेजप्रताप अब परिवार का हिस्सा नहीं तो फिर तेजस्वी यादव बड़े भाई कैसे बता रहे हैं? यह कौन-सी नूराकुश्ती है?

    'जनता को भ्रम में डालने का खेल'

    जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लालू प्रसाद द्वारा तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से अलग करना केवल जनता को भ्रम में डालने का राजनीतिक खेल है। इसके पीछे ऐश्वर्य राय द्वारा तलाक केस में 36 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग है।