Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'ओबीसी-ईबीसी के आंकड़े जारी नहीं हुए तो...', राजद की केंद्र को चेतावनी; चिराग पर भी उठा सवाल

    Updated: Mon, 09 Jun 2025 07:17 PM (IST)

    राजद को आशंका है कि केंद्र सरकार ओबीसी और ईबीसी के आंकड़े जारी नहीं करेगी। मनोज झा ने चेतावनी दी कि ऐसा होने पर बड़ा विरोध होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से बहुजन विरोधी रही है और जातिगत जनगणना को गलत दिशा में ले जाना चाहती है। राजद सरकार पर आंकड़े जारी करने का दबाव बनाएगा।

    Hero Image
    राजद की चेतावनी, ओबीसी-ईबीसी के आंकड़े जारी नहीं हुए तो उमड़ेगा जन-ज्वार

    राज्य ब्यूरो, पटना। राजद को आशंका है कि जातिगत जनगणना के बाद केंद्र सरकार पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के आंकड़े समग्रता में जारी नहीं करेगी। इसकी जानकारी एक समाचार-पत्र से मिली है। पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो. मनोज झा ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर ऐसा हुआ तो जो जन-ज्वार उमड़ेगा, उसकी कल्पना नरेन्द्र मोदी ने सपने में भी नहीं की होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस-वार्ता में झा ने कहा कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा शुरू से ही बहुजन विरोधी और आरक्षण के विरुद्ध रहा है। लालू प्रसाद तो पहले ही बता चुके हैं कि भाजपा की सोच मनुस्मृति व बंच ऑफ थॉट्स से प्रेरित है। संभवत: सरकार की मंशा जातिगत जनगणना को उसके मूल उद्देश्यों से भटकाने की है। राजद ऐसा नहीं होने देगा।

    झा ने कहा कि समग्रता में आंकड़े जारी करने के लिए सरकार को राजद के साथ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके आदि विवश कर देंगे। इस आंकड़े पर ही सामाजिक-आर्थिक उत्थान की नीतियों और आरक्षण की सीमा का निर्धारण होना है। आरक्षण से संबंधित तेजस्वी के पत्र पर मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर नहीं दिए जाने पर उन्होंने बिहार सरकार की मंशा को संदिग्ध बताया।

    राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि इससे पहले लालू प्रसाद के दबाव में मनमोहन सिंह की सरकार ने जातिगत जनगणना कराई थी। फाइल करप्ट होने का हवाला देकर उसने आंकड़े जारी नहीं किए। इस बार ऐसा नहीं चलेगा।

    प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट का नारा देने वाले चिराग पासवान 16 प्रतिशत आरक्षण की चोरी और हकमारी पर चुप क्यों हैं? प्रेस-वार्ता में चित्तरंजन गगन, एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव, मनोज शर्मा आदि उपस्थित रहे।