Bihar Politics: लालू ने संभाल लिया RJD का सियासी भूचाल, जानिए जगदानंद सिंह को मनाने की INSIDE STORY
Lalu Prasad Yadav News तेज प्रताप यादव ने नाराज जगदानंद सिंह ने आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे ही दिया था कि लालू प्रसाद यादव ने इस सियास ...और पढ़ें

पटना, ऑनलाइन डेस्क। Lalu Prasad Yadav News राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में दो दिनों पहले हालात सियासी भूचाल वाले थे। उपर से 'ऑल इज वेल' के दावे के बीच अंदरखाने में वह सब हो रहा था, जिससे बीमार लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) हिल गए थे। हम बात कर रहे हैं आरजेडी के 'मुस्लिम-यादव समीकरण' (M-Y Equation) से हटकर सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की सियासत के उस चेहरे की, जिसके बल पर पार्टी बिहार में नया आधार बना रही है। ये हैं बिहार प्रदेश आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह(Jagdanand Singh)। बीते शुक्रवार को उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, समय रहते लालू प्रसाद यादव ने हस्तक्षेप किया। लालू ने जगदानंद सिंह से ऐसी बात कह दी, जिसे वे काट नहीं सके।
अचानक फैल गई जगदानंद के इस्तीफे की खबर
मामला शुक्रवार का है। अचानक खबर फैली कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया गया कि वक्त के पाबंद जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय भी समय पर नहीं पहुंचे। जैसा कि ऐसे मामलों में होता है, आरजेडी ने तत्काल उनके इस्तीफे से इनकार किया। लेकिन जब तक मीडिया आरजेडी कार्यालय पहुंची, जगदानंद सिंह वहां आकर प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हो चुके थे।
अपने इस्तीफे का लेकर नहीं दिया स्पष्ट जवाब
इस्तीफे की खबर को लेकर मीडिया के सवाल का जगदानंद सिंह ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। ऐसे 'बचकाने सवालों' (Childish Questions) का जवाब नहीं देने की बात कहकर वे कुछ भी बोलने से बचते दिखे। महत्वपूर्ण बात यह रही कि उन्होंने अपने इस्तीफे की खबर की पुष्टि नहीं की तो की तो स्पष्ट तार पर खंडन भी नहीं किया। इससे इस मामले में संशय (Confusion) बरकरार रहा।
डैमेज कंट्रोल की कवायद में मिल गई कामयाबी
बताया जाता है कि इस बीच लालू प्रसाद यादव ने उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी डैमेज कंट्रोल (Damage Control) में लग गए। खुद से बात नहीं बनी तो दिल्ली जाकर लालू प्रसाद यादव से मिले। सूत्रों की मानें तो तेजस्वी ने लालू प्रसाद यादव की जगदानंद सिंह बात कराई और डैमेज कंट्रोल के अपने मकसद में कामयाब रहे।
जगदानंद की नाराजगी की वजह बने तेज प्रताप
लालू व जगदानंद सिंह के बीच क्या बात हुई, इसके पहले उनकी नाराजगी की वजह भी जान लीजिए। आरजेडी के 25वें स्थापना दिवस समारोह में लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने जगदानंद सिंह पर सार्वजनिक टिप्पणी की थी। बताया जाता है कि जगदानंद सिंह इससे नाराज थे। हालांकि, तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को अभिभावक बताते हुए उनकी नाराजगी की बात को निराधार बताया है।
तेज प्रताप की जगदानंद से रहे हैं कड़वे रिश्ते
तेज प्रताप यादव कुछ भी कहें, लालू के बड़े लाल की जगदानंद सिंह से कड़वे रिश्ते समय-समय पर सार्वजनिक होते रहे हैं। ज्यादा दिन नहीं हुए, जब तेज प्रताप ने पिता लालू प्रसाद यादव की जेल से रिहाई के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलाया था। तब भी उन्होंने जगदानंद सिंह पर इसमें रुचि नहीं लेने का आरोप लगाया था। एक बार तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह पर चैंबर से बाहर तक नहीं निकलने का आरोप लगाया था।
बात करते हुए इमोशनल हो गए लालू यादव
बताया जाता है कि जब तेज प्रताप की बातों से समय-समय पर आहत होते रहे जगदानंद सिंह ने अंतत: इस्तीफे का बड़ा फैसला कर लिया, तब लालू को हस्तक्षेप करना पड़ा। सूत्रों के अनुसार जगदानंद सिंह से फोन पर बात करते हुए लालू प्रसाद यादव इमोशनल हो गए। उन्होंने जगदानंद सिंह से कहा कि वे अभिभावक हैं और बच्चों को संभालना उनका काम है। लालू ने कहा कि अब अंत समय में वे भी साथ छोड़ जाएंगे तो लालू तो नहीं बचेगा। तेजस्वी को आपके मार्गदर्शन की बहुत जरूरत है। लालू ने जगदानंद सिंह ने पार्टी ऑफिस जाकर वीडियो कॉल करने को भी कहा। लंबे समय से लालू के सहयोगी व करीबी रहे जगदानंद सिंह उनकी बात नहीं काट नहीं सके और आरजेडी में आया भूचाल थम गया।
...और लालू की कोशिश से टला बड़ा भूचाल
जगदानंद सिंह आरजेडी में बड़ा चेहरा हैं। रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) की ही तरह उनकी बिहार की राजनीति में सभी दलों में स्वीकार्यता है। सूत्रों की मानें तो रधुवंश प्रसाद सिंह की ही तरह उन्हें जनता दल यूनाइटेड (JDU) में भी शामिल कराने की कोशिश होती रही है, लेकिन लालू प्रसाद यादव के प्रति उनकी निष्ठा कायम रही है। खास बात यह है कि जगदानंद सिंह की तरह रघुवंश प्रसाद सिंह पर भी तज प्रताप यादव तंज कसते रहे थे। एक बार रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफे की खबर पर तेज प्रताप यादव ने यहां तक कह दिया था कि समंदर से एक लोटा जल निकल जाने से कुछ नहीं हाेता है। काम क्रम में रघुवंश प्रसाद सिंह का अपने निधन से चंद दिनों पहले आरजेडी से इस्तीफा देने का पार्टी पर गहरा आघात लगा था। जगदानंद सिंह के इस्तीफे का भी आरजेडी पर ऐसा ही आघात लगता, लेकिन इसे लालू के इमोशनल कार्ड ने टाल दिया।

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