Bihar Politics: 'जिनकी सोच ही जंगलराज...' जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने साधा तेजस्वी यादव पर निशाना
राजद पर निशाना साधते हुए जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि अपराध को बढ़ावा देना और अपराधियों को संरक्षण देना राजद की राजनीतिक संस्कृति क ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राजद तो अपराधियों का पनाहगाह रहा है। सत्ता में रहते हुए अपराध को बढ़ावा देना और अपराधियों को संरक्षण देना राजद की राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा रहा है। आपराधिक घटनाओं पर सवाल उठाने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
बिहार की जनता पहचानती है विपक्ष का असली चेहरा
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि विपक्ष के पास जनसरोकार से जुड़ा कोई ठोस मुद्दा नहीं है इसलिए इक्का-दुक्का घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर राजनीतिक एजेंडा गढ़ने की राजद नाकाम कोशिश कर रहा है। हालांकि, बिहार की जागरूक जनता विपक्ष की राजनीतिक असलियत और उसका चाल, चरित्र और चेहरा भली-भांति पहचानती है।
1990 से 2005 तक का दौर बिहार का काला अध्याय
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 1990 से 2005 तक का दौर बिहार के इतिहास में एक काला अध्याय था। तब सत्ता संरक्षित अपराधियों ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था। उस समय राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी।
राजद का सूपड़ा होगा साफ
वर्ष 2005 के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में सुशासन स्थापित कर भयमुक्त वातावरण कायम किया। राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनकी सोच ही जंगलराज की रही है उन पर बिहार की जनता कभी भरोसा नहीं कर सकती। आने वाले विधानसभा चुनाव में राजद का सूपड़ा साफ हो जाएगा।
राजद ने दी जदयू को उलेमा-मौलाना के विरुद्ध टिप्पणी से बाज आने की चेतावनी
राजद का दावा है कि वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के समक्ष उसने अपना पक्ष लिखित रूप में रखा था। गुरुवार को प्रेस-वार्ता कर विधान पार्षद कारी मोहम्मद सोहैब ने जदयू नेताओं पर राजद के विरुद्ध भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने साक्ष्य भी दिखाया।
जदयू पर उन्होंने उलेमा और मौलाना के विरुद्ध असंसदीय भाषा के उपयोग का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि वह इससे बाज आए। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद आदि उपस्थित रहे।
कारी सोहैब ने बताया कि उन्होंने स्वयं पटना में, जबकि राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा ने जेपीसी के समक्ष वक्फ विधेयक को लेकर विरोध दर्ज कराया था।
इस विधेयक पर संसद में होने वाले बहस और मतदान पर तेजस्वी यादव स्वयं नजर रखे हुए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा का साथ देकर जदयू ने असंवैधानिक तरीके से यह विधेयक पास कराया। उन्होंने जदयू से उन पांच सुझावों को सामने रखने की चुनौती दी।

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