Bihar Politics: पढ़े-लिखे लोगों के लिए होता उच्च सदन, लेकिन यहां तो...; मंत्री का विपक्ष पर तंंज, शेर-ओ-शायरी से भी वार-पलटवार
बिहार विधान परिषद में अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान पक्ष-विपक्ष में तीखी नोंकझोंक हुई। राजद ने महिलाओं को दिए जाने वाले दस हजार रुपये के अनुदान पर सवाल ...और पढ़ें

सत्र के अंतिम दिन पहुंचे सीएम नीतीश कुमार। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Legislative Council: बिहार विधान परिषद में शुक्रवार को द्वितीय अनुपूरक बजट पर सामान्य वाद-विवाद के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच तकरार हुई तो शेर-ओ-शायरी का दौर भी चला।
राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को दिए जाने वाले दस हजार रुपये अनुदान पर सबसे अधिक चर्चा केंद्रित रही। राजद के सौरभ कुमार सिंह ने अनुपूरक बजट के आकार पर सवाल उठाया।
10 हजार में गाय का बछड़ा
राजद के सुनील कुमार सिंह ने कहा कि दस हजार रुपये में गाय का बछड़ा भी नहीं आता। इस पर मंत्री डा.प्रमोद कुमार ने कहा कि आपने गरीबी नहीं देखी है।
महिलाएं इस राशि से सिलाई मशीन खरीद रही हैं। अवधेश नारायण सिंह ने बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े की बात का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि यह दस हजार रुपये उनके लिए हैं, जो गांव की औरतें हैं, खेत में काम करती हैं।
जिन्होंने शहरों का विकास नहीं देखा है। उन तक जब दस हजार पहुंचता है, तो वह अपना काम करने का सोचती हैं। सदन में पक्ष-विपक्ष की टीका-टिप्पणी बढ़ने पर मंत्री अशोक चौधरी ने विपक्ष पर चुटकी लेते कहा कि बोलने दीजिए, बहुत बुरी तरह हार गए हैं।
सुनील सिंह ने जवाब दिया- पता है किस तंत्र से जीते हैं। मत कुरेदिए। इस पर सभापति ने कहा कि ये एक ही तंत्र का काम किया हुआ है- लोकतंत्र।
शिक्षा मंत्री ने फाइल पर नहीं किया था हस्ताक्षर
जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि महिलाओं को दस हजार रुपया दिया जाना सतत जीविकोपार्जन योजना का ही विस्तार है। उन्होंने कहा कि 2023 में जब राजद कोटे से शिक्षा मंत्री थे तो शिक्षक नियुक्ति की फाइल पर उन्होंने हस्ताक्षर करने से इन्कार कर दिया था।
इसके बाद कैबिनेट से स्वीकृति कर नौकरी दी गई। सर्वेश कुमार और शशि यादव ने भी अनुपूरक बजट पर चर्चा में भाग लिया। राजद के अजय कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग का पूंजीगत व्यय बढ़ाने की वकालत की।
चर्चा के दौरान उन्होंने शेर पढ़ा- मैं सच कहूंगा फिर भी हार जाऊंगा, वो मिथ्या बोलेंगे और लाजवाब कर देंगे। इस पर सभापति ने कहा कि सच कभी पराजित नहीं होता। अंत में फिर शेर पढ़ा- हमारे चेहरे के दागों पर तंज करते हो, हमारे पास भी आईना है, दिखाएं क्या...।
पढ़े-लिखे काबिलों के लिए है उच्च सदन : विजेन्द्र यादव
अनूपूरक बजट पर सरकार का पक्ष रखते हुए वित्त मंत्री विजेन्द्र यादव ने कहा कि उच्च सदन पढ़े-लिखे काबिल लोगों के लिए है, मगर यहां अनुपूरक बजट पर लोग बजट समझकर भाषण दे रहे हैं।
यह देखकर हैरत होती है। विपक्ष की आलोचना करते हुए मंत्री ने कहा कि मतदाता सुधार हो, वोट हो या फिर महिलाओं को पैसा देना, विपक्ष हर बार भ्रष्टाचार का आरोप लगाता है।
यह आने वाली पीढ़ी के लिए विनाश का कारण बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान, विज्ञान और ईमान नीतीश कुमार की थाती है। वित्त मंत्री के जवाब के दौरान विपक्ष ने सदन का वाकआउट कर दिया।
इसके बाद बिहार विनियोग विधेयक सर्वसम्मति से पास हुआ। अंत में पत्रकार जयकुमार झा के निधन पर सदन में शोक प्रस्ताव पढ़ा गया और एक मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

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