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    Bihar Politics: गिरिराज सिंह के मुस्लिमों पर दिए गए बयान पर बवाल, कांग्रेस ने सरकार से की ये मांग

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 01:37 PM (IST)

    बिहार में गिरिराज सिंह के एक बयान से सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस ने उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ घोषित करने की मांग की है। गिरिराज सिंह ने एक रैली में मुसलमानों को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर विवाद हो रहा है। जदयू उनके बयान का बचाव कर रही है, जबकि विपक्षी दल हमलावर हैं। गिरिराज सिंह ने कहा था कि कुछ लोग योजनाओं का लाभ तो लेते हैं, लेकिन वोट नहीं देते, ऐसे लोग नमक हराम हैं।

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    गिरिराज सिंह के बयान पर बवाल

    डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार चुनाव के बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह के एक बयान पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने कहा है कि भारत सरकार को आधिकारिक तौर पर उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ घोषित कर देना चाहिए। वहीं, जदयू गिरिराज सिंह के बयान का बचाव करते दिख रही है।

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    केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मुसलमानों पर दिए गए बयान पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, "मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अपने अंदर झांककर देखिए और पहचानिए कि आजादी की लड़ाई के दौरान कौन गद्दार थे। भारत के सबसे बड़े दुश्मनों को पहचानिए, जिन्होंने अंग्रेजों की सेवा की और उनके शासन को कायम रखा। 'नमक हराम' वे लोग थे, जिन्होंने अंग्रेजों का साथ देते हुए अपने दोस्तों की आजादी की मांग की।"

    कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत कहते हैं, "उनका दिमाग खराब हो गया है। हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने, मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढ़ने और पाकिस्तान को वीजा जारी करने के अलावा उनके पास और कोई काम नहीं है। भारत सरकार को आधिकारिक तौर पर उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ घोषित कर देना चाहिए, क्योंकि वह अपने मंत्रालय या किसी और काम के लिए कोई काम नहीं करते; वह सिर्फ सांप्रदायिक राजनीति करना, देश को बाँटना और धार्मिक तनाव पैदा करना चाहते हैं।"

     

    JDU ने किया बचाव

    केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मुसलमानों पर दिए गए बयान पर जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीरज कुमार कहते हैं, "केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जिनका बयान मैंने पूरा सुना है, जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोई पक्षपात नहीं करती है और विभिन्न योजनाओं का लाभ देती है, तो उसे वोट क्यों नहीं मिलते?

    उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह ने संदर्भ में उन्होंने उस शब्द का इस्तेमाल किया और यह तय करना हर किसी का अधिकार है कि कौन से शब्दों का इस्तेमाल करना है। जब किसी योजना का लाभ हर समुदाय, धर्म और जाति के लोगों तक पहुंचता है, तो कुछ राजनीतिक श्रेय की उम्मीद करना स्वाभाविक है।"

    वहीं, जेडी(यू) प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "मतदाता समझदार हैं, वे किसी भी टिप्पणी को दरकिनार कर अपना फैसला ले रहे हैं। बिहार के मुस्लिम समुदाय को नीतीश कुमार पर भरोसा है। 

    गिरिराज सिंह ने क्या कहा था?

    एक रैली में गिरिराज सिंह ने एक मौलवी के साथ अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, “मैंने मौलवी साहब से पूछा कि क्या उन्हें आयुष्मान कार्ड मिला? उन्होंने कहा- हां। मैंने पूछा कि क्या इसमें हिंदू-मुस्लिम का भेदभाव हुआ? उन्होंने कहा- नहीं। फिर मैंने पूछा कि क्या आपने मुझे वोट दिया? उन्होंने हां कहा, लेकिन जब मैंने खुदा की कसम खाने को कहा तो वो चुप हो गए।"

    गिरिराज सिंह ने आगे कहा, "मैंने पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी ने आपको गाली दी? उन्होंने कहा- नहीं। मैंने पूछा कि क्या मैंने आपको अपमानित किया? उन्होंने कहा- नहीं। इसपर मैंने कहा कि तो फिर मेरी गलती क्या थी?

    इस बयान पर विवाद

    गिरिराज सिंह रैली में आगे कहते हैं कि जो लोग उपकार को नहीं मानते, उन्हें 'नमक हराम'' कहते हैं। मैंने मौलवी साहब से साफ कहा कि हमें ऐसे नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए।

    समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ