Bihar Politics: 'पटना एम्स के लिए हमने किया काम, मत भूलिए कैसे बना', CM नीतीश का मोदी पर तंज, अटल को किया याद
सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना काल में एम्स ने शानदार काम किया है। आज दीक्षा समारोह गौरव का क्षण है। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दीं। कहा कि एम्स के लिए जो भी जरूरत होगी सरकार उसे पूरा करेगी। यहां आने वाले मरीज व उनके तीमारदारों के रहने के लिए 248 बेड की धर्मशाला राज्य सरकार बना रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दीक्षा समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी स्थापना के लिए हम कितना काम किए। जमीन चयन के लिए कितना घूमे। जल संसाधन व मत्स्य पालन विभाग की जमीन दी। यह कैसे बना, भूलिएगा मत।
उन्होंने कहा कि अटलजी की सरकार में वे कैबिनेट मंत्री थे। उसी समय 2003 में तीन एम्स की स्वीकृति मिली। उनमें से एक पटना भी था। उसके बाद दूसरी सरकार बनी। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद से बार-बार कहकर उन्होंने इसका काम शुरू करवाया। पहले 72 फिर 102 एकड़ जमीन की व्यवस्था की।
2012 में हुआ उद्घाटन
2005 में जब मुख्यमंत्री बने, तब तेजी से काम शुरू करवाया। 2012 में जब इसका उद्घाटन हुआ, तो वे भी आए थे। मीडिया कर्मियों से मुखातिब होकर कहा कि हम जितना काम किए उसको तो भुला ही जाइएगा। पुरनका चिजवा भूलिए मत। आज मोतिहारी में कुछ बोले और उसे तोड़ मरोड़कर पेश कर दिया। मुख्यमंत्री का इशारा उस ओर था, जिसमें उन्होंने वहां दीक्षा समारोह में उपस्थित लोगों से अपने पुराने संबंधों का हवाला दिया था।
इससे पूर्व उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एम्स ने शानदार काम किया है। आज दीक्षा समारोह गौरव का क्षण है। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दीं। कहा कि एम्स के लिए जो भी जरूरत होगी, सरकार उसे पूरा करेगी। यहां आने वाले मरीज व उनके तीमारदारों के रहने के लिए 248 बेड की धर्मशाला राज्य सरकार बना रही है।
पूर्व पीएम अटल को किया याद
मुख्यमंत्री ने संबोधन के क्रम में चार बार श्रद्धेय कहकर अटलजी का उल्लेख किया। दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डा. भारती प्रवीण पवार ने चिकित्सा के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योगदान की चर्चा की थी। कहा था कि पीएम के दूरदर्शी नेतृत्व में एम्स का विस्तार हुआ है। टेलीमेडिसिन में बेहतर काम हो रहा है। इसके ठीक बाद मुख्यमंत्री का संबोधन था। उन्होंने आते ही कहा कि अटलजी के बतवा को याद रखिए।

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