बीजेपी नेता ने गठबंधन को लेकर कह दी बड़ी बात- एनडीए अप्रासंगिक, बिहार में भी यूपी की तरह अकेले चलें
भाजपा के पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार ने गठबंधन पर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि अब इस गठबंधन की प्रासंगिकता नहीं बची है। दरअसल वे कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगाए जाने से नाराज हैं।

पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: पूर्व एमएलसी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री रहे रजनीश कुमार (BJP Ex MLC Rajnish Kumar) ने बिहार में गठबंधन समाप्त करने की मांग कर दी है। उनका कहना है कि यूपी की तरह अब बिहार में भी अकेले आगे बढ़ना होगा। अब इस गठबंधन की प्रासंगिकता नहीं रह गई है। खगड़िया-बेगूसराय सीट पर हार के लिए उन्होंने एक तरह से जदयू पर ठीकरा फोड़ा है।
(पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार का ट्वीट।)
भितरघात पर फोड़ा हार का ठीकरा
बता दें कि विधान परिषद की 24 सीटों के लिए चुनाव संपन्न हो चुका है। परिणाम आ चुके हैं और नवनिर्वाचित एमएलसी शपथ भी ले चुके हैं। लेकिन अब इसके साइड इफेक्ट दिखने शुरू हो गए हैं। कई सीटों का परिणाम चौंकानेवाला रहा। परिणाम पर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भी आश्चर्य व्यक्त कर चुके हैं। बिहार सरकार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने तो हार के लिए बीजेपी के कुछ नेताओं को जिम्मेदार ठहरा दिया। अब भाजपा के पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार ने तो एक कदम आगे बढ़कर गठबंधन समाप्त करने की बात कह दी है।
यूपी की तरह एकला चलो रे
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री रहे रजनीश कुमार ने ट्वीट किया है कि गठबंधन की राजनीति बिहार में अब प्रासंगिक नहींं रही। कांग्रेस उम्मीदवार की जीत पर नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगे। क्या यही एनडीए का गठबंधन है। उन्होंने बीजेपी नेताओं से आग्रह किया है कि उत्तरप्रदेश की तरह स्वयं पर विश्वास करके आगे बढ़ना होगा। बिहार की राजनीति में अब यह समय आ गया है।
कांग्रेस उम्मीदवार की जीत पर नीतीश जिंदाबाद के लगे नारे
गौरतलब है कि भितरघात की बात एनडीए के साथ राजद में भी उठी है। हाजीपुर में राजद प्रत्याशी ने हार के बाद तो सीधे महुआ विधायक डा. मुकेश रोशन पर ठीकरा फोड़ दिया था। इधर एनडीए में खगड़िया और बेगूसराय सीट से भाजपा प्रत्याशी रजनीश कुमार की हार हो गई। उनकी हार के बाद से इस बात की चर्चा तेज हो गई कि अपनों के कारण वे हारे। अब रजनीश कुमार ने भी मामला उठा दिया है। बेगूसराय में जदयू विधायक संजीव सिंह के भाई राजीव सिंह कांग्रेस उम्मीदवार थे। कहा जा रहा है कि संजीव सिंह ने अपने भाई के लिए लगातार अभियान चलाया था। जब चुनाव परिणाम आया तो नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगे।
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