Bihar Politics: तेजप्रताप के बागी तेवर पर बीजेपी बोली- दोनों भाई मिलकर खेल रहे हैं ग्रुप का गेम
Bihar Politics राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को लेकर पार्टी और परिवार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। तेजप्रताप के बागी तेवर को लेकर बीजेपी ने कहा है कि पहले साधु-सुभाष थे अब तेजस्वी और तेजप्रताप का ग्रुप है।
पटना, आनलाइन डेस्क। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और हसनपुर से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) इन दिनों बिहार की सियासत की सुर्खियों में बने हुए हैं। लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे ने इशारों इशारों में अपने बागी तेवर को दिखाना शुरू कर दिया है। तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर उपचुनाव (By-election) को लेकर आरजेडी की तरफ से जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर किए जाने के बाद ट्विटर पर उनका दर्द भी छलका। इस दौरान तेजप्रताप यादव ने बिना किसी का नाम लिए अपनी नारजगी जाहिर की। उपचुनाव के बीच लालू यादव के बड़े लाल के तेवर को विपक्ष अब मुद्दा बनाकर लगातार राजद पर हमलावर है। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव पर हमला करते हुए ट्वीट किया है कि, हकीकत में सब एक हो, मिले हुए हो भाई।
'पारिवारिक हित साधने में लगे हैं दोनों भाई'
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने रविवार को ट्वीट कर लालू परिवार पर निशाना साधा है। उन्होंन ट्वीट कर लिखा है कि, लालू प्रसाद और राबड़ी देवी (Rabri Devi) के शासन काल में साधु और सुभाष गुट बना था, जो जनता का शोषण किया करते थे। अब तेजप्रताप और तेजस्वी अपना-अपना ग्रुप बनाकर पारिवारिक हित साधने में जुट गए हैं। निखिल आनंद ने लिखा है कि, दोनों भाई मिले हुए हैं।
तेजप्रताप यादव के बदल रहे हैं तेवर
हाल ही में आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने लालू के बड़े लाल के पार्टी में बने रहने को लेकर सवाल खड़ा कर दिया था। उनके बयान के बाद तेजप्रताप यादव ने खुलकर कुछ तो नहीं कहा। लेकिन इशारों-इशारों में मैसेज देने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। बीते शुक्रवार को उपचुनाव की तैयारी के लिए नेता प्रतिपक्ष ने पार्टी विधायकों की मीटिंग बुलाई थी लेकिन तेज प्रताप यादव इस मीटिंग में नहीं पहुंचे। वे पारस गुट द्वारा आयोजित रामविलास की पुण्यतिथि कार्यक्रम में पहुंच गए। जबकि इस कार्यक्रम से राजद ने दूरी बनाई थी। वहीं तारापुर से अपनी दावेदारी ठोक रहे संजय कुमार ने यह दावा किया था कि, तेजप्रताप यादव उनके लिए चुनाव प्रचार करेंगे, लेकिन संजय कुमार ने तेजस्वी का दामन थाम लिया और नामांकन वापस लेने की बात कही। संजय कुमार के राजद ज्वाइन करने के बाद तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार पर तंज किया। जिसके बाद विपक्ष लगातार राजद पर हमलावर है।