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    बिहार में अब बच नहीं पाएंगे सुपारी लेकर मर्डर करने वाले अपराधी, शार्प शूटरों के लिए बन रहा 'किलर सेल'

    Updated: Thu, 17 Jul 2025 03:11 PM (IST)

    बिहार पुलिस मुख्यालय ने सुपारी किलर पर लगाम लगाने के लिए एक निगरानी सेल का गठन किया है। यह सेल एसटीएफ के अंतर्गत काम करेगा और शूटरों का डेटाबेस तैयार करेगा। हाल ही में पटना के कई हत्याकांडों में सुपारी किलर की भूमिका सामने आई है जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।

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    एसटीएफ के एडीजी कुंदन कृष्णन ने दी जानकारी। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में सुपारी देकर कराई जाने वाली हत्याओं के ट्रेंड को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने सुपारी किलर (कांट्रेक्ट किलर) निगरानी सेल का गठन किया है।

    यह सेल एसटीएफ (विशेष कार्य बल) के अंतर्गत काम करेगी। पुलिस मुख्यालय सह एसटीएफ के एडीजी कुंदन कृष्णन ने बुधवार को बताया कि यह सेल शूटर और सुपारी किलर की निगरानी करेगा और उनसे संबंधित डाटा बैंक तैयार करेगा।

    हाल के दिनों और पहले भी जिन हत्याओं में सुपारी किलर या शूटर की भूमिका पाई गई है, उनकी ज्ञात तस्वीर और हुलिया की जानकारी भी इस सेल को दी जा रही है। इसके अलावा जेल में बंद सुपारी किलर पर भी नजर रखी जा रही है।

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    जेल से छूटने वाले ऐसे अपराधियों की निगरानी भी थाना स्तर पर करने का निर्देश दिया गया है। एडीजी ने कहा कि हाल में पटना में गोपाल खेमका समेत तीन हत्याकांडों में सुपारी किलर की संलिप्तता मिली है। ट्रेंड पर गौर करें तो अधिसंख्य सुपारी किलर युवा हैं, जिनको छोटी-मोटी राशि देकर हत्याएं कराई जा रही हैं।

    नहीं बढ़ा अपराध, अभिभावक-समाज भी जिम्मेदार

    बिहार में अपराधिक घटनाएं बढ़ने के सवाल पर एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि अपराध बढ़ा है। पटना जिले की आबादी करीब 80 लाख हो गई है। इस माह दस हत्याएं हुई हैं। साल भर में औसत 300 हत्याएं होती हैं।

    उन्होंने कहा कि अपराध के लिए सिर्फ पुलिस जिम्मेदार नहीं है। अपराध की दुनिया में कम उम्र के युवा और नाबालिगों की बढ़ती संख्या समाज को भी कठघरे में खड़ा करती है। अभिभावकों को भी अपने किशोर और युवा बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है।

    उन्होंने कहा कि जिस तरह नाबालिगों के गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर अभिभावक या वाहन मालिक को दोषी माना जाता है, उसी तरह अगर कोई नाबालिग आर्म्स एक्ट में पकड़ा जाएगा और इसकी जानकारी अभिभावकों को होगी तो उनको भी जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।

    फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाने वालों पर भी कार्रवाई 

      एडीजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि संगठित अपराध या सुपारी किलर तक हथियार पहुंचाने वाले पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। पिछले छह माह में बिहार के बाहर बंगाल, उत्तरप्रदेश, झारखंड जैसे राज्यों के हथियार तस्करों के गठजोड़ का पता लगाकर भी कार्रवाई की गई है।

    भोजपुर के जयपुकार गैंग के विरुद्ध हाल ही में कार्रवाई की गई है, जो फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाकर वैध दुकानों से हथियार खरीद कर अपराधियों तक पहुंचा रहा था।

    खेमका हत्याकांड के खुलासे से पुलिस संतुष्ट

    खेमका हत्याकांड की जांच और पुलिस थ्योरी पर उठाए जा रहे सवाल पर एडीजी ने कहा कि पुलिस जांच व खुलासे से पूरी तरह संतुष्ट है। हमने शूटर उमेश राय और सुपारी देने वाले अशोक साव को गिरफ्तार कर लिया है। पहले दोनों का रेकी करते हुए वीडियो फुटेज भी पुलिस के पास है।

    यह जमीन विवाद से जुड़ा मामला है। उन्होंने बांकीपुर क्लब में कैमरा न होने पर फिर से सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वहां कैमरा होता तो और भी साक्ष्य मिल सकते थे।

    एसटीएफ के अंतर्गत पूर्व से कार्यरत सेल

     बैंक एवं ज्वेलरी लूट सेल, आर्म्स सेल, नॉरकोटिक्स सेल, कोढ़ा सेल, इकोनॉमिक इंटेलिजेंस सेल, ड्रोन सेल।

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