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    Bihar Police: अपराधियों और हथियार तस्करों की खैर नहीं, एक्शन में बिहार पुलिस

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 10:58 AM (IST)

    बिहार पुलिस अपराधियों और हथियार तस्करों पर नकेल कसने के लिए मिशन मोड में है। 'ऑपरेशन जखीरा' के तहत अवैध हथियार रखने वालों की धरपकड़ जारी है। मुठभेड़ों में कई अपराधी घायल हुए हैं और गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और गोलियां बरामद की हैं। झपटमार गिरोह अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, पटना। अपराधियों और हथियार तस्करों पर नकेल कसने के लिए पुलिस मिशन मोड में काम कर रही है। लगातार हो रही मुठभेड़ और दबिश से आपराधिक गिरोहों में हड़कंप मचा हुआ है तो दूसरी तरफ ऑपरेशन जखीरा के तहत पुलिस अवैध हथियार रखने वालों को खोजकर जेल भेज रही है।

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    हाल के दिनों में मुठभेड़ के बाद कई कुख्यात को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि नौ अपराधियों के पैर में पुलिस की गोली लगी। वे घायल होकर अस्पताल में पहुंचे और वहां उपचार के बाद जेल भेज दिया गया।

    पुलिस की यह कार्रवाई जारी है। मुठभेड़ का खौफ कहें या पैर में गोली लगने का डर, कई अपराधियों ने ठिकाना बदल दिया तो कुछ ने आत्मसमर्पण कर दिया। अपराधियों को हथियार मुहैया कराने वालों को भी पुलिस खोजकर सलाखों के पीछे भेज रही है।

    ऑपरेशन जखीरा अभियान के तहत पुलिस ने बीते कुछ माह में एके-47 राइफल, पिस्टल सहित अन्य हथियार और गोली बरामद कर चुकी है। हथियार, गोली बरामदगी के मामले में पश्चिमी क्षेत्र सबसे आगे है। हालांकि, झपटमार गिरोह पर शिकंजा कसना पुलिस के लिए चुनौती बनी है।

    अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस लगातार सघन छापेमारी व नाइट पेट्रोलिंग कर रही है। पुलिस उन सभी आरोपितों की सूची तैयार कर उनकी तलाश में जुटी है, जो कई मामलों में वांछित है या संगीन अपराध में आरोपित है। पटना पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी छापेमारी कर रही है।

    टॉप टेन में शामिल कई अपराधियों को पुलिस आचार संहिता लागू होने के पूर्व ही दबोचकर जेल भेज चुकी है तो अधिकांश छिपकर रहने को मजबूर हैं। पटना पुलिस आपरेशन जखीरा के तहत दो सौ से अधिक हथियार और 12 सौ से अधिक गोली जब्त कर चुकी है। पांच हजार से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।

    झपटमार गिरोह पुलिस के लिए चुनौती

    पुलिस की लगातार कार्रवाई का असर झपटमार गिरोह पर नहीं है। बाइक सवार यह गिरोह दिनदहाड़े किसी भी थाना क्षेत्र में चेन और मोबाइल झपटकर भाग जा रहे। मुख्य मार्ग से लेकर गलियों में झपटमारी करने वाले अपराधियों की पहचान के लिए जब तक पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाती, वह ठिकाना बदल दे रहे।

    दिवाली और छठ पर्व में चोरी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस चोरों को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी। इन पर नकेल कसने के लिए कई जगह चेकिंग अभियान और दबिश दी गई, लेकिन एक गिरोह को पुलिस जेल भेजती है तो दूसरा गिरोह सक्रिय हो जा रहा है।

    हाल के कुछ महीनों में हुई कार्रवाई

    • 11 जून: बिहटा के विष्णुपुरा गांव के पास हिरासत से भाग रहे हत्यारोपित इशु कुमार को पुलिस ने पैर में गोली मारी थी।
    • 13 जून: अपराधी अंगेश कुमार ने खुशरूपुर थाना पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी।
    • 13 जून: दानापुर में हत्या मामले में आरोपित ने पिस्टल बरामदगी के दौरान फायरिंग कर दी। पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी।
    • 25 जून : जेपी गंगा पथ पर हत्याकांड सहित आठ मामलों में वांछित राजा ने एसटीएफ पर फायर किया। उसके पैर में गोली मार दी।
    • 07 जुलाई : मालसलामी थाना क्षेत्र के ईंट-भट्ठा के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में विकास उर्फ राजा ढेर हो गया।
    • 13 जुलाई: रानी तालाब क्षेत्र में लूटपाट के मामले में गिरफ्तार आरोपित सूरज कुमार के साथ मुठभेड़, पैर में लगी गोली।
    • 6 अगस्त: कुख्यात अपराधी रोशन शर्मा को पकड़ने के लिए पुलिस ने छापामारी की, मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी।
    • 15 अगस्त: रानी तालाब क्षेत्र में आरोपित दिव्यांशु और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। दिव्यांशु के पैर में गोली लगी।
    • 17 अगस्त: बिस्कोमान गोलंबर के पास पुलिस और कुख्यात विजय साहनी के बीच मुठभेड़, उसके पैर में लगी गोली।
    • 15 नवंबर: खुसरूपुर में 25 हजार के इनामी अपराधी के पैर में मारी गई गोली, लूट, डकैती सहित आठ मामलों में था वांछित।