Bihar News: पिछले तीन माह में हुए 9 एनकाउंटर, बिहार पुलिस के ऑपरेशन से दहशत में अपराधी
पटना पुलिस ने लूट हत्या और डकैती जैसी घटनाओं को रोकने के लिए अपराधियों पर शिकंजा कसा है। बीते तीन महीनों में पुलिस ने नौ मुठभेड़ की जिसमें एक अपराधी मारा गया और आठ घायल हुए। अपराधियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग करने के बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई।

जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में लूट, हत्या और डकैती जैसी आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने बीते तीन महीनों में कड़ी कार्रवाई की है। 11 जून से 17 अगस्त के बीच पुलिस ने नौ अपराधियों के साथ मुठभेड़ में कार्रवाई की, जिसमें एक अपराधी मारा गया, जबकि आठ के पैर में गोली लगी।
इन मुठभेड़ों में अधिकांश मामलों में अपराधियों ने हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस पर हमला किया, जिसके जवाब में पुलिस को नियंत्रित गोलीबारी करनी पड़ी। पुलिस की इन कार्रवाइयों ने अपराधियों में दहशत है।
छोटे अपराधी लगातार अपने ठिकाने बदल रहे हैं, जबकि कुख्यात भूमिगत हो गए हैं। पुलिस की इस सख्ती से छोटे अपराधी अपना ठिकाना बदल रहे हैं। वहीं एसटीएफ की सूची में शामिल कई कुख्यात भूमिगत हो गए हैं।
पटना पुलिस और एसटीएफ उन सभी अपराधियों की तलाश में जुटी है, जिनके खिलाफ पहले से मामले दर्ज हैं या जो पुलिस रिकार्ड में फरार हैं।
11 जून: बिहटा थाना क्षेत्र के विष्णुपुरा गांव में हत्या का आरोपी इशु कुमार पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे रोकने के लिए पैर में गोली मारी, जिससे वह घायल हो गया।
13 जून: खुसरूपुर थाना क्षेत्र में अपराधी अंगेश कुमार ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी। उसी दिन दानापुर में एक अन्य हत्या के मामले में एक अपराधी ने आत्मसमर्पण किया, लेकिन हथियार बरामदगी के दौरान उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी।
25 जून: जेपी गंगा पथ पर हत्या सहित आठ मामलों में वांछित अपराधी राजा ने एसटीएफ पर गोली चलाई। जवाब में एसटीएफ ने उसके पैर में गोली मार दी।
14 जुलाई: रानी तालाब थाना क्षेत्र के काब गांव में पुलिस और अपराधी सूरज कुमार के बीच मुठभेड़ हुई। सूरज के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा अपराधी आलोक कुमार गिरफ्तार कर लिया गया।
6 अगस्त: फुलवारीशरीफ में हत्या का आरोपी रोशन शर्मा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में था। पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर उसे काबू किया।
8 जुलाई: मालसलामी थाना क्षेत्र के पीरदमरिया में विकास उर्फ राजा के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। इस दौरान राजा मारा गया। यह मुठभेड़ पटना में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्ती का बड़ा उदाहरण बनी।
15 अगस्त: रानी तालाब थाना क्षेत्र में बालू कारोबारी रमाकांत यादव हत्याकांड का आरोपी दिव्यांशु उर्फ अंशु पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। उसके पैर में गोली लगी।
17 अगस्त: पटना सिटी में कुख्यात विजय साहनी ने हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस पर गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में दो गोलियां मारीं, जिससे वह घायल हो गया।
चंदन हत्याकांड के दो आरोपितों के पैर में लगी थी गोली
बीते 22 जुलाई को चंदन मिश्रा हत्याकांड मामले आरा में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने तीन अपराधियों को दबोचने में जुटी थी। इसी बीच अपराधियों और पुलिस के बीच में मुठभेड़ हो गई। पुलिस की इस कार्यवाई में दो आरोपितो को पैर में गोली लगी थी।
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