Bihar Police: थानों में अपग्रेड होंगे 300 पुलिस ओपी, पटना में बढ़ेंगे 17 थाने; Dial-112 सेवा से किए जाएंगे टैग
बिहार में जल्द ही 300 नए पुलिस थाने बनेंगे। सिर्फ पटना में 17 नए पुलिस थाने बनाए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए राज्य में चल रहे करीब 300 पुलिस आउटपोस्ट (ओपी) को थानों में अपग्रेड किया जाएगा। पीएचक्यू ने इसको लेकर सभी रेंज आईजी व डीआईजी को पत्र लिखकर प्रस्ताव मांगा है। मुख्यालय स्तर पर प्रस्तावों की समीक्षा के बाद इसे गृह विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।

कुमार रजत, पटना। बिहार में जल्द ही 300 नए पुलिस थाने बनेंगे। सिर्फ पटना में 17 नए पुलिस थाने बनाए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए राज्य में चल रहे करीब 300 पुलिस आउटपोस्ट (ओपी) को थानों में अपग्रेड किया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय ने इसको लेकर सभी रेंज आईजी व डीआईजी को पत्र लिखकर प्रस्ताव मांगा है। मुख्यालय स्तर पर प्रस्तावों की समीक्षा के बाद इसे गृह विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
दरअसल, बढ़ती आबादी को देखते हुए नए थानों का सृजन किया जाना है। राज्य में वर्तमान में 1066 पुलिस थाने हैं, जिन इलाकों में थानों की दूरी अधिक हैं, वहां पुलिस ओपी बनाए गए हैं।
इन ओपी में पुलिस पदाधिकारी और सिपाही तो होते हैं, मगर यहां प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाती है। ओपी के थानों में अपग्रेड होने के बाद यहां प्राथमिकी तो दर्ज होगी ही, पुलिसकर्मियों की संख्या और संसाधन भी बढ़ेंगे। इसके अलावा डायल-112 सेवा से भी इन थानों को टैग किया जाएगा।
प्रमंडलीय आयुक्त की अनुशंसा होगी जरूरी
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को इसका नोडल पदाधिकारी बनाया है। यह भी निर्देश दिया गया है कि भेजा जाने वाला प्रस्ताव प्रशासी पदवर्ग समिति के निर्धारित मापदंड के अनुरूप हो। प्रस्ताव में किसी भी पंचायत को अंशत: शामिल न किया जाए।
प्रस्तावित थानों के लिए भूमि की उपलब्धता एवं इसका ब्योरा भी अंकित हो। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भेजा जाने वाला प्रस्ताव संबंधित जिले के डीएम, एसपी और जिला पंचायती राज पदाधिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित हो। इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त का मंतव्य और अनुशंसा भी जरूरी है।
नक्शा बनाकर तय होगी थानों की चौहद्दी
नए थानों के सृजन की प्रक्रिया के कई चरण हैं। सबसे पहले जिला पंचायती राज पदाधिकारी के साथ मिलकर नए बनने वाले थानों की चौहद्दी तय की जाएगी। इसके बाद नए थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र का नक्शा तैयार किया जाएगा। इसमें गांवों, पंचायतों व अन्य इलाकों की विस्तृत सूची होगी।
यह भी देखा जाएगा कि जिस ओपी को अपग्रेड किया जाना है, वहां पिछले पांच साल में अपराध की स्थिति क्या है। दो थानों के बीच दूरी कितनी है। थाने से सबसे दूर अंतिम गांव कौन सा है, इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए थाने की जगह तय की जाएगी।
हाल ही में सक्रिय हुए हैं सात थाने
पुलिस मुख्यालय ने जुलाई और अगस्त माह में सात नए थानों को भी वापस सक्रिय किया है। यह ऐसे थाने थे जो सिर्फ कागज पर चल रहे थे। इनमें पटना में सर्वाधिक पांच थानों को क्रियाशील किया गया है। इनमें मुसल्लहपुर, इमामगंज, पिपलावां, पंचरुखिया और पियरपुरा शामिल हैं। इसके अलावा शेखपुरा में बउघाटा और समस्तीपुर में कर्पूरीग्राम थाना भी शुरू किया गया है।
पुलिस ओपी को थानों में अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए सभी रेंज आईजी और डीआईजी से विस्तृत प्रस्ताव मांगा गया है। पुलिस मुख्यालय के स्तर पर प्रस्तावों की समीक्षा के बाद इसे गृह विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।