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    Bihar: पिंक बस चलाती नजर आएंगी जीविका दी‍द‍ियां, परिवहन मंत्री ने की घोषणा, इस त‍िथ‍ि तक करना होगा आवेदन

    By Rajat Kumar Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Wed, 26 Nov 2025 07:29 PM (IST)

    जीविका दीदियां जल्‍द ही पिंक बस चलाती नजर आएंगी। परिवहन मंत्री ने बुधवार को समीक्षा बैठक में इसकी घोषणा की। उन्‍होंने बताया कि इसके लिए पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।  

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    जीविका दीदियां चलाएंगी पिंक बस। सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। जीविका दीदियां जल्द ही महिलाओं के लिए विशेष पिंक बस भी चलाती नजर आएंगी। उन्हें पिंक बस का ड्राइवर और कंडक्टर बनाया जाएगा।

    इसके लिए उन्हें खासतौर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने बुधवार को विश्वेश्वरैया भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान यह जानकारी दी।

    उन्होंने कहा कि इस पहल से महिला सशक्तीकरण का नया अध्याय शुरू होगा। इससे दीदियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। 

    इच्‍छुक जीविका दीदियों को मिलेगा प्रश‍िक्षण 

    मंत्री ने कहा कि इच्छुक जीविका दीदियों को पहले पटना या औरंगाबाद स्थित हैवी मोटर व्हीकल का प्रशिक्षण इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (आइडीटीआर) में दिया जाएगा।

    इसके बाद प्रशिक्षित जीविका दीदियों की तैनाती पिंक बसों में की जाएगी। इच्छुक लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) ड्राइविंग लाइसेंस धारक जीविका दीदियां या अन्य महिलाएं 15 दिसंबर 2025 तक आवेदन दे सकती हैं। 

    पिंक बसों में वाहन चालक बनने के लिए न्यूनतम योग्यता आठवीं पास है। नियोजन के दौरान नौवीं या दसवीं पास अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

    प्रशिक्षण के बाद एचएमवी लाइसेंस धारकों को रिक्ति के विरुद्ध संविदा पर नियोजन किया जाएगा।

    200 महिलाओं को पिंक बस में रोजगार

    वर्तमान में राज्य में 100 पिंक बसें चलाई जा रही हैं। इन बसों के परिचालन के लिए 200 महिलाओं को प्रशिक्षित कर ड्राइवर और कंडक्टर बनाया जाएगा।

    परिवहन मंत्री ने कहा कि सभी लंबित योजनाओं में तेजी लायी जाए और ससमय काम पूरा किया जाए। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में आवश्यक कार्य करने का निर्देश दिया।

    सड़क दुर्घटना मामलों में पीड़ित या पीड़ित के परिजनों को ससमय मुआवजा राशि का भुगतान किया जाए। सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए हेलमेट, सीट बेल्ट विशेष जांच अभियान चलाने का निर्देश भी दिया।

    इस मौके पर राज्य परिवहन आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, विभाग के अपर सचिव प्रवीण कुमार, बीएसआरटीसी के प्रशासक अतुल कुमार वर्मा, संयुक्त सचिव कृत्यानंद रंजन, विशेष कार्य पदाधिकारी कुमारी अर्चना और अरुणा कुमारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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