बिहार के अनानास अब यूएई और कतर में भी अपनी मिठास फैलाएंगे। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय और एपीडा के प्रयासों से अनानास के निर्यात का रोडमैप तैयार हो रहा है। यूएई के लूलू ग्रुप और कतर की एक कंपनी ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। किशनगंज में एमडी टू वैरायटी के अनानास की खेती होती है जो अपनी मिठास और गुणों के लिए जानी जाती है।
नलिनी रंजन, पटना। बिहार के अनानास से यूएई व कतर में मिठास बढ़ेगी। अनानास के निर्यात को लेकर रोडमैप तैयार हो रहा है। इसका असर जल्द ही देखने को मिलेगा। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय व एपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) की ओर से दो दिनों तक हुई रिवर्स बायर-सेलर मीट 2025 का लाभ देखने को मिलेगा।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यूएई के लूलू ग्रुप व कतर की एक एग्रो कंपनी ने बिहार के अनानास की खरीदारी को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखाई है। बताया जाता है कि बिहार के किशनगंज जिले के ठाकुरगंज के पास किशोजरा में 65 एकड़ में अनानास के एक्सपोर्ट गुणवत्ता वाले एमडी टू वैरायटी की उपज होती है।
एपीडा चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि अनानास की खरीदारी को लेकर लूलू ग्रुप सहित कई अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है। जल्द ही इस मसौदों को अंजाम दिया जाएगा। विशेष प्रकार का यह अनानास काफी मीठा व जूसी होने के साथ-साथ गले में किसी प्रकार का खिच-खिच नहीं होने देता है।
एक एकड़ में 40 टन तक हो सकती है पैदावार
देसाई एग्रो के संस्थापक अजीत देसाई ने बताया कि अनानास की खेती के लिए मिट्टी का एसिडिक होने के साथ-साथ पीएच छह से सात के बीच होनी चाहिए। यह ऐसे इलाके में होता है, जहां पानी जमा नहीं हो। अनानास की विशेष प्रजाति एमडी टू रिसर्च कर तैयार की गई है।
इससे यह गले में किसी प्रकार का खिच-खिच पैदा नहीं करता है। यह वर्तमान में एक एकड़ में 20-30 टन पैदावार दे रही है, इसे 40 टन पैदावार तक पहुचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि लुलु ग्रुप सहित चार अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से निर्यात को लेकर पहल आरंभ हुआ है। यदि निर्यात होता है तो राज्य के अन्य हिस्सों में भी खेती को लेकर विचार किया जा सकता है।
सेहत के लिए लाभदायी है अनानास
आनंदमयी मीठा होने के अतिरिक्त अनानास स्वास्थ्य के लिए लाभदायी है। इसमें विटामिन सी, मैंगनीज, एंजाइम, एंटी आक्सीडेंट, एंजाइम्स इंफ्लेमेशन व कई बीमारियों को बचाते है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होता है। यह कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसमें ब्रोमेलैन नामक एंजाइम भी होता है, जो सूजन को कम करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।