Bihar: पीएचईडी व कृषि मंत्री का पदभार ग्रहण, बताया-आम जनता के लिए क्या होगी प्राथमिकता?
बिहार के पीएचईडी और कृषि मंत्री ने पदभार ग्रहण करते हुए जनता के लिए अपनी प्राथमिकताएं बताईं। पीएचईडी मंत्री ने 'जल जीवन मिशन' को आगे बढ़ाने की बात कही, वहीं कृषि मंत्री ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि विकास पर जोर दिया। दोनों मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों में सुधार लाने का संकल्प लिया।

पदभार ग्रहण करने के मौके पर मंत्री संजय कुमार सिंंह व रामकृपाल यादव। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। पहली बार मंत्री बनाए गए संजय कुमार सिंह (Minister Sanjay Kumar Singh) ने मंगलवार को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) का कार्यभार संभाल लिया।
इसी के साथ उन्होंने स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल की उपलब्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। पदभार ग्रहण के उपरांत विभागीय सचिव पंकज कुमार पाल ने उन्हें ग्रामीण पेयजल आपूर्ति, गुणवत्ता-प्रभावित क्षेत्रों में चल रही परियोजनाएं, जल-गुणवत्ता परीक्षण व्यवस्था और मानीटरिंग तंत्र की पीपीटी से जानकारी दी।
संजय ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार तक स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है। इस दिशा में हर घर नल का जल योजना को और भी सुदृढ़ करने तथा छूटे हुए टोलों में जल्द से जल्द जलापूर्ति योजनाओं का संचालन प्रारंभ करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने विभाग के आगामी वर्षों के रोडमैप, पाइपलाइन विस्तार, जलमीनारों की स्थिति और जल-गुणवत्ता प्रयोगशालाओं की क्षमता वृद्धि पर भी जानकारी प्राप्त की। अभियंता प्रमुख नित्यानंद प्रसाद, अभय कुमार आदि उपस्थित रहे।
रामकृपाल बोले, सर्वाेच्च प्राथमिकता है किसानों की आय में वृद्धि
रामकृपाल यादव ने सोमवार को कृषि विभाग के मुखिया का दायित्व संभाल लिया। प्रधान सचिव पंकज कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और विभागीय योजनाओं से अवगत कराया।
मंत्री ने कहा कि जीएसडीपी में कृषि एवं इससे जुड़े क्षेत्र का योगदान लगभग 21 प्रतिशत है, जबकि यह 76 प्रतिशत जनसंख्या की आजीविका का स्रोत है।
किसानों की आय बढ़ाना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर बीज, खाद, पानी तथा बिजली उपलब्ध कराना विभाग का मुख्य दायित्व है।
इस दिशा में वे कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी एवं जवाबदेह बनाने पर विशेष ध्यान देंगे। केंद्र व राज्य सरकार की सभी कृषि संबंधी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा, ताकि वास्तविक लाभ सीधे किसानों तक पहुंचे।
उन्होंने यह भी कहा कि फसल के उत्पादन में वृद्धि, उनकी लागत में कमी और कृषि आधारित आय बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक खेती, आधुनिक तकनीक, गुणवत्तापूर्ण इनपुट और बेहतर सिंचाई सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
महत्वाकांक्षी कृषि योजनाओं जैसे कि फसल विविधीकरण, कृषि यांत्रिकीकरण, समेकित कृषि, जल-प्रबंधन योजना और किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ तेजी से किसानों तक पहुंच सके, इसके लिए विभागीय कार्यों में और अधिक गति लाई जाएगी।

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