Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'बिहार में पिछला एक साल जंगलराज-रिटर्न जैसा', सुशील मोदी बोले- नीतीश ने आरोपी को बना दिया डिप्‍टी सीएम

    By Raman ShuklaEdited By: Deepti Mishra
    Updated: Wed, 09 Aug 2023 10:05 PM (IST)

    बिहार के पूर्व उप मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्‍वी पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राज्‍य में जंगलराज-रिटर्न को भी एक साल हो गया है। राज्य याद कर रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लालू प्रसाद से हाथ मिलाने पर विकास कितना ठप हुआ और कैसे हत्या-बलात्कार बैंक लूट की घटनाओं में तेजी लाकर कानून-व्यवस्था चौपट की गई।

    Hero Image
    बिहार पर भारी गुजरा जनादेश से विश्वासघात का एक वर्ष : सुशील मोदी (बाएं), तेजस्‍वी यादव (दाएं)

    राज्य ब्यूरो, पटना: राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि 9 अगस्त को जब देश अगस्त क्रांति की वर्षगांठ मना रहा है, तब बिहार जनादेश से विश्वासघात की पहली बरसी मना रहा है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राज्‍य में जंगलराज-रिटर्न को भी एक साल हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुशील मोदी ने ने कहा, ''राज्य याद कर रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लालू प्रसाद से हाथ मिलाने पर विकास कितना ठप हुआ और कैसे हत्या-बलात्कार, बैंक लूट की घटनाओं में तेजी लाकर कानून-व्यवस्था चौपट की गई।''

    भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे थे, उन्होंने कैबिनेट की 100 से ज्यादा बैठकों के बाद भी सौ लोगों तक को नौकरी नहीं दी।

    महागठबंधन सरकार बनवा कर नीतीश कुमार ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार, अपराध और वोट बैंक की राजनीति (सांप्रदायिकता) से समझौता किया, जिससे पिछला एक साल जंगलराज-रिटर्न जैसा रहा।

    भ्रष्टाचार के आरोपी को बना दिया डिप्टी सीएम

    सुशील मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार से समझौता करने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश ने नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोप-पत्र दायर होने के बावजूद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से न बिंदुवार जवाब मांगा, न उनसे इस्तीफा लिया। 

    उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उल्‍टा वोट बैंक की राजनीति के चलते बिहार शरीफ और सासाराम में रामनवमी की शोभा यात्राओं पर हमले करने वालों को बचाया गया, जबकि भाजपा के पूर्व विधायक को फर्जी आरोप में जेल भेजा गया।