Bihar news: राजद का महिला प्रकोष्ठ फिर कांति सिंह के हवाले, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ फातमी को
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कांति सिंह को दोबारा महिला प्रकोष्ठ की कमान मिली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ सांसद अभय कुशवाहा को युवा प्रकोष्ठ और सांसद सुधाकर सिंह को किसान प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपा गया है।प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और प्रवक्ता चित्तरंजन गगन आदि ने प्रकोष्ठों के नव-मनोनीत अध्यक्षों को बधाई दी है।

राज्य ब्यूरो, पटना। राजद ने अपने विभिन्न प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्षों का मनोनयन कर दिया है। यह दायित्व सौंपते हुए पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सांगठनिक अनुभव, सामाजिक समीकरण और क्षेत्रीय प्रभाव का ध्यान रखा है। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कांति सिंह को दोबारा महिला प्रकोष्ठ की कमान मिली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, सांसद अभय कुशवाहा को युवा प्रकोष्ठ और सांसद सुधाकर सिंह को किसान प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपा गया है।
बिहार के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बनाए गए हैं, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नवल किशोर को छात्र प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और प्रवक्ता चित्तरंजन गगन आदि ने प्रकोष्ठों के नव-मनोनीत अध्यक्षों को बधाई दी है।
मिथिला के सामाजिक समीकरण में मुसलमानों को साधने के उद्देश्य से फातमी पर भरोसा जताया गया है। सुधाकर सिंह बहुत पहले से किसानों के मुद्दे पर मुखर और आंदोलनरत रहे हैं। जदयू के लव-कुश समीकरण में सेंधमारी के लिए राजद लोकसभा चुनाव के दौरान से ही प्रयासरत है। अभय कुशवाहा को मिला दायित्व इसका एक और प्रमाण है। शिवचंद्र राम अनुसूचित जाति में सर्वाधिक जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरे पायदान वाले चर्मकार समाज से आते हैं और नेतृत्व के भरोसेमंद हैं।
राजनीति मेंं लालू के संघर्ष-काल से कांति सिंह नेतृत्व की अपेक्षाओं की कसौटी पर खरी उतरती रही हैं। ऐसे में उन्हें एक बार फिर महिला प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपकर लालू ने सांगठनिक सेवा का पारितोषिक दिया है।
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