Bihar E Voting: देश में ई-वोटिंग की शुरुआत बिहार से, मोबाइल से हुआ 80 फीसदी मतदान
बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने पहली बार ई-वोटिंग का उपयोग करके इतिहास बनाया। नगर निकाय चुनाव और उपचुनाव में 69.49% मतदान हुआ। राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने बताया कि ई-वोटिंग से उन मतदाताओं को लाभ होगा जो बूथ पर आने से वंचित रह गए थे। पहली महिला ई-वोटर विभा कुमारी और पहले पुरुष मतदाता मुन्ना कुमार बने। आयोग भविष्य में मोबाइल ऐप से मतदान बढ़ाने पर विचार करेगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने देश में पहली बार ई-वोटिंग का प्रयोग कर शनिवार को नगर निकाय चुनाव और उपचुनाव कराकर इतिहास रच दिया। इसमें चुनाव के लिए निबंधित 80.60 प्रतिशत मतदाताओं ने घर से और राज्य के बाहर से मोबाइल के जरिए मतदान किया। जबकि, उपचुनाव में 58.38 प्रतिशत मतदाताओं ने मोबाइल के जरिए मतदान किया।
चुनाव और उपचुनाव में मोबाइल के जरिए औसतन 69.49 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव में मात्र 54.63 प्रतिशत मतदाताओं ने ईवीएम के जरिए बूथों पर जाकर मतदान किया था। अब 30 जून को सुबह आठ बजे से मतगणना होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने बताया कि यूरोपीय देश एस्टोनिया में ई-वोटिंग के जरिए मतदान कराए जाने की जानकारी है। उसके बाद देश-विदेश में नगर निकाय चुनाव में बिहार में दूसरी बार इसका प्रयोग किया गया है।
उन्होंने बताया कि ई-वोटिंग से मतदान होने से वैसे मतदाताओं को अब इसका लाभ मिलेगा, जो किसी तरह बूथों पर आने से वंचित रह गए थे। इसमें गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, विकलांग या असाध्य रोगों से ग्रसित लोग शामिल हैं। कई बार असाध्य रोगियों को खाट पर मतदान कराने के लिए लाया जाता था। ई-वोटिंग से इस समस्या का समाधान हो गया है।
प्रेस वार्ता में आयुक्त ने बताया कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण होने की सूचना है। उन्होंने बताया कि नगर निगम चुनाव में कुल 96 पदों के लिए मतदान कराया गया, जिसमें 84 वार्ड पार्षद, छह उप मुख्य पार्षद और छह मुख्य पार्षद शामिल हैं।
इसके अलावा उपचुनाव के तहत कुल 40 पदों के लिए मतदान कराया गया, जिसमें 37 वार्ड पार्षद, आठ उप मुख्य पार्षद और सात मुख्य पार्षद शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस चुनाव में कुल नौ पदों पर प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। इस चुनाव में एक वार्ड पार्षद निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए जबकि उपचुनाव में आठ वार्ड पार्षद निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए।
कुल 489 बूथों पर 489 ईवीएम के माध्यम से मतदान कराया गया। मतदान के दौरान आठ सीयू (कंट्रोल यूनिट) और दो बीयू (बैलेट यूनिट) बदलने की जरूरत पड़ी। इस चुनाव में कुल 538 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें 296 महिलाएं और 242 पुरुष प्रत्याशी थे। छह हजार ने फर्जी वोट डालने की कोशिश की।
विभा कुमारी बनी देश की पहली ई-वोटर
राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने बताया कि देश की पहली महिला ई-वोटर पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल नगर पंचायत की विभा कुमारी बनीं। विभा कुमार पकड़ीदयाल नगर पंचायत के वार्ड 8 की निवासी हैं। पहली बार किसी महिला ने ई-वोटिंग का उपयोग कर अपना प्रतिनिधि चुना है। यह महिला सशक्तीकरण का उदाहरण है।
उन्होंने बताया कि पकड़ीदयाल नगर पंचायत निवासी मुन्ना कुमार ई-वोट डालने वाले देश के पहले पुरुष मतदाता बने हैं। मुन्ना वार्ड नंबर एक के निवासी हैं। सवाल के जवाब में आयुक्त ने कहा कि अभी यह देखा जाना बाकी है कि राज्य से बाहर रहने वाले कितने मतदाताओं ने ई-वोटिंग का इस्तेमाल किया है और कितने ने विदेश में मतदान किया है।
ब्लॉकचेन सिस्टम से निजता सुरक्षित
आयुक्त का दावा है कि आयोग ने ई-वोटिंग की ब्लॉकचेन प्रणाली के जरिए निजता सुनिश्चित की है। ई-वोटिंग में मतदान करने वालों में दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों के साथ-साथ विदेश में रहने वाले मतदाता भी शामिल हैं। मतगणना के बाद आयोग भविष्य के चुनावों में भी मोबाइल ऐप के जरिए मतदान को बढ़ाने पर फैसला लेगा।
आयोग का दावा है कि इससे मतदान के प्रतिशत में सुधार की संभावना है। ई-वोटिंग का काम सी-डैक और एसईआर के जरिए किया गया।
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