Bihar News: बच्चों की शिक्षा के लिए मुकेश सहनी ने बिहार वासियों से की अपील, कहा- हम भी गरीब के घर...
विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक मुकेश सहनी वैशाली जिला के भगवानपुर प्रखंड के पट्टी बंधू राय में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही। सहनी ने कहा कि बच्चे शिक्षित होंगे तो अधिकार समझेंगे और पाने के लिए लड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने अपने जीनव के संघर्षों को भी बताया।
राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने शुक्रवार को लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए सपने देखिए। जब सपने देखेंगे तभी उसे पूरा करने के लिए प्रयास करेंगे। वह शनिवार को वैशाली जिला के भगवानपुर प्रखंड के पट्टी बंधू राय में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
अधिकार के लिए करेंगे संघर्ष
- मुकेश सहनी ने कहा कि जब बच्चे शिक्षित हो जाएंगे तो वे अपना अधिकार समझेंगे और उसे लेने के लिए संघर्ष करेंगे।
- उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि हम भी गरीब के घर में ही पैदा हुए थे, लेकिन संघर्ष कर मुंबई में मुकाम बनाया।
- वहां अच्छी जिंदगी जी रहे थे, लेकिन हमें अपने समाज की चिंता सताने लगी। हम बिहार की धरती पर अपने समाज के लिए संघर्ष करने पहुंच गए।
हमारे समाज के लोगों के पास घर नहीं: सहनी
सहनी ने कहा कि आज लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे हैं, लेकिन हमारे समाज के लोगों के लिए जमीन पर भी घर नहीं है। आज निषाद के आरक्षण के लिए हम लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में यह आरक्षण है।
इसके लिए हम सबको आने वाली पीढ़ी के लिए लड़ना होगा। अगर हम पहले जाग गए होते तो निषाद को आरक्षण मिल गया होता। आज सभी जातियों के लोग कलेक्टर मिल जाएंगे, लेकिन निषाद का बेटा नहीं मिलेगा।
गया : शैक्षिक सत्र शुरू होते ही बच्चों को किताब उपलब्ध कराने में जुटा शिक्षा विभाग
जिले में 2919 प्रारंभिक विद्यालय हैं, जहां पहली से आठवीं कक्षा में 58, 725 छात्र-छात्रा नामांकित हैं। इनका शैक्षिक सत्र अप्रैल माह से शुरू होगी। इसके पूर्व शिक्षा विभाग सभी बच्चों को निशुल्क में कोर्स की किताबों के साथ स्टूडेंट डायरी उपलब्ध कराने में जुटा है।
बीआरसी में सुरक्षित रखी किताबें
नगर निगम सहित 24 प्रखंड संसाधन केंद्र में दूसरी कक्षा के हिन्दी भाषी बच्चों के लिए 48,510 सेट , उर्दू भाषी बच्चों के लिए 424 सेट एवं विभिन्न तरह के 1327 सेट किताबें आई है।
वहीं चौथी कक्षा के हिन्दी भाषी बच्चों के लिए 54,507 सेट, उर्दू भाषी बच्चों के लिए 742 तो विभिन्न तरह के 1826 सेंट किताबें आई है, जो सभी बीआरसी में प्लास्टिक के बोरे में सुरक्षित रखी है।
अप्रैल में बांटी जाएंगी किताबें
पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों के वार्षिक परीक्षा 20 मार्च हो समाप्त हो जाएगी। उसके बाद उत्तर पुस्तिका की मूल्यांकन होगा। परीक्षा परिणाम का ग्रेडिंग प्रकाशित होने के बाद बच्चों का नामांकन दूसरे कक्षा में किया जाएगा।
इन सारी प्रक्रिया को पूरा करने में मार्च माह समाप्त हो जाएगी। अप्रैल माह प्रारंभ होते ही बच्चों की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। उसके पहले सभी बच्चों के हाथ में किताबें दी जाएंगी।
ये भी पढ़ें
पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में बनेंगे 42 बूथ, रहेगी कड़ी सुरक्षा; चुने जाएंगे 22 काउंसिल सदस्य
Bihar News: कैंसर मरीजों को नीतीश सरकार ने दे दी एक और बड़ी खुशखबरी, इलाज को लेकर आया नया अपडेट
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।