सुनना है तो सुनो, नहीं तो... वोटर अधिकार यात्रा में अपने ही कार्यकर्ताओं पर क्यों झल्ला पड़े खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की। सासाराम रैली में उन्होंने बीजेपी और चुनाव आयोग पर हमला बोला। खरगे ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जन्मभूमि है और कांग्रेस वोट बचाने के लिए लड़ रही है। उन्होंने बीजेपी पर गरीबों के वोट काटने का आरोप लगाया और महागठबंधन को साथ देने की अपील की।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में महागठबंधन ने वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत कर दी है। इससे पहले सासाराम में बड़ी रैली हुई। इसमें शामिल हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला। इस दौरान वह कार्यकर्ताओं पर झल्लाते भी नजर आए।
उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जन्मभूमि है। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 16 दिनों में 20 जिलों से होकर 1300 किमी की यात्रा पूरी करेगी और एक सितंबर को ऐतिहासिक गांधी मैदान में समाप्त होंगी। इसमें तेजस्वी और महागंठबंधन के सारे नेता शामिल होंगे। यह यात्रा जनता के हित में संविधान बचाने व लोकतंत्र बचाने के लिए हो रही है, इसमें सभी को सहयोग करना चाहिए।
कांग्रेस सबको सम्मान देती है: खड़गे
उन्होंने कहा कि देश में सभी को वोट का अधिकार है। संविधान में वोट का अधिकार नेहरू और अंबेडकर की कोशिश से हर गरीब को दिया गया है। उन्होंने कहा कि सासाराम बाबू जगजीवन राम और उसके बाद मीरा कुमारी की कर्म भूमि रही है। कांग्रेस सब को समान अधिकार देती है।
जगजीवन राम छुआछूत और भेदवाव के खिलाफ वो लड़ते रहे। मीरा कुमारी भी दो बार चुनाव जीतीं। वो पहली बार लोकसभा की अध्यक्ष भी रहीं। ये पद उन्हें कांग्रेस ने दिलाया। क्योंकि कांग्रेस सबको अधिकार देने वाली कांग्रेस पार्टी हमेशा पिछड़ा, दलित, आदिवासी सबको समान दृष्टि से देखकर उनके साथ जुड़ती है।
वोट बचाने के लिए लड़ रही कांग्रेस: खड़गे
कांग्रेस सिर्फ वोट के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं, संविधान के लिए लड़ रही है। आपके वोटों को बचाने के लिए लड़ रही है। मैं आपसे यही कहूंगा कि भारत जब आजाद हुआ तो उसने एक क्रांतिकारी कदम उठाया। उसने सबको वोटिंग का अधिकार दिया। नेहरू जी, गांधी जी सब ने वोटिंग का अधिकार दिया। आज मोदी वोट के अधिकार को छीन रहे हैं।
स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा क्या कह रही होगी?
नरेंद्र मोदी लाल किले से RSS को देश का सबसे बड़ा NGO बता रहे है। संघ वालों ने देश की आजादी का विरोध किया। इन्होंने तो महात्मा गांधी को उनके लोगों से अलग कर दिया और ऐसे लोग देश की सेवा करते हैं? आपका कोई आदमी जेल नहीं आएगा, कोई मरा नहीं।
उन्होंने कहा कि RSS के लोग तो अंग्रेजों को नौकरी के लिए आवेदन देते थे। कहते थे हमको मत पकड़ो। ऐसे लोगों की तारीफ अगर मोदी जी लाल किले से करते हैं, तो देश की आजादी में बलिदान देने वालों की आत्मा क्या कहेगी ऊपर? एक आदमी ऐसा भी आया देश में, जिनके लिए हमने खून बहाया, जिस देश की आजादी के लिए हमने जान न्यौछावर किया, ये आदमी हमारे खिलाफ बोल रहा है
बीजेपी को गद्दी से नहीं उतारेंगे तो...
इसलिए मैं कहता हूं कि ये बहुत खतरनाक आदमी है। अगर जब तक आप इनको गद्दी से नहीं उतारेंगे तुम्हारे वोट सेफ नहीं रहेंगे। तुम्हारे हक, आजादी और संविधान सेफ नहीं रहेगा। इसलिए वोट चोरी वालों को गद्दी से उतार दो। ऐसा काम बिहार के लोग ही कर सकते हैं। बिहार के लोगों ने पहले भी क्रांति की है। आज फिर आपकी जरूरत है। महागठबंधन के लोग मिलकर लड़ेंगे और वोट सुरक्षित करेंगे।
बिहार में 65 लाख लोगों के वोट काटे गए। इसमें गरीब, मजदूर, माइग्रेट वर्कर, अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों के वोट कट गए। ये वोट काट-काट कर अपनी हूकूमत करना चाहते हैं। देश के लोग थोड़ा खामोश बैठते हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि आप उनका शोषण कर सकते हैं।
बिहार में अंधे बहरे की सरकार
बाबा साहेब अम्बेडकर, गांधी, नेहरू ने एक वोट का अधिकार दिया। आप लोग महागठबंधन के साथ मजबूती के साथ रहिए। आने वाले दिनों में केंद्र के साथ बिहार में भी सरकार बदलेगी। अभी यहां अंधे बहरे की सरकार है।
उन्होंने कहा कि सरकार बदलेंगे सभी सुधर जायेंगे। अगर आप सरकार नहीं बदलेंगे तो ये आपकी गलती है। राहुल व तेजस्वी का साथ दीजिये।
चुनाव आयोग सरकार का एजेंट बन गया है। उन्होंने 2023 में कानून लाया था कि इलेक्शन ऑफिसर कोई गड़बड़ी करता है तो आप उन पर क्रिमिनल केस नहीं कर सकते। इसी तरह उन्होंने 2024 में इसी तरह डकैती करके सरकार बनाई है।
बीजेपी और आरएसएस गरीब मजदूर और महिलाओं के लिए खतरनाक है। बीजेपी महिलाओं का हित नहीं चाहती। क्योंकि उन्होंने महिलाओं को वोटिंग का अधिकार देने पर नेहरू का विरोध किया था।
सुनना है तो सुनो...
राष्ट्रीय अध्यक्ष शोर मचाने पर गुस्से में आ गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सुनाना है तो सुनो नहीं तो बाहर जाओ। 10 लोग भी रहे तो भी मैं भाषण करूंगा। इससे पहले भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि ज्यादा हुंकारने से वोट नहीं मिलते काम करने से मिलते हैं।

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