Bihar Lockdown Again: ट्रेनें चल रहीं पर ऑटो-टैक्सी नदारद, समस्या यह कि स्टेशन से कैसे जाएं घर
Bihar Lockdown Again बिहार में लॉकडाउन के दौरान रेलवे स्टेशनों पर ऑटो व टैक्सी नहीं मिलने के कारण यात्री परेशान हैं। उन्हें घर आने में समस्या हो रही है।
पटना, जेएनएन। Bihar Lockdown Again: राज्य सरकार की ओर से गुरुवार को लागू लॉकडाउन के दौरान रेलवे की स्पेशल ट्रेनों का परिचालन जारी है, लेकिन स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों को घर जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशनों पर ऑटो व टैक्सी नहीं मिलने के कारण समस्या खड़ी हो रही है। विदित हो कि लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगाई गई है। हालांकि, लॉकडाउन के प्रावधानों के तहत रेल यात्रियों के लिए ऑटो व टैक्सी के परिचालन पर रोक नही है। फिर भी ऑटो व टैक्सी की भारी कमी के कारण यात्री परेशान हैं।
यात्री खुद करें स्टेशन से घर जाने की व्यवस्था
पूर्व-मध्य रेल के जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने बताया कि बिहार सरकार के परिवहन विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत ट्रेन से राज्य में पहुंचने वाले यात्रियों को स्टेशन से अपने गंतव्य तक जाने के लिए स्वयं वाहन की व्यवस्था करनी होगी। इसका कारण बताते हुए उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार ने सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी है। उन्हाेंने बाहर से ट्रेन से आने वाले यात्रियों से अनुरोध किया है कि 16 से 31 जुलाई के दौरान खुद ही स्टेशन से घर तक जाने की व्यवस्था करेंगे, ताकि टैक्सी या ऑटो नहीं मिलने की स्थिति में परेशानी न हो।
ऑटो व टैक्सी की भारी कमी से रेल यात्री परेशान
हालांकि, लॉकडाउन के दौरान शर्तों के तहत शहर में ऑटो व टैक्सी के परिचालन हो रहा है। लॉकडाउन के आदेश के मुताबिक 15 दिनों तक सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगाई गई है, लेकिन लेकिन जरूरी गतिविधियों के लिए छूट भी दी गई है। लॉकडाउन के गाइडलाइन का पालन करते हुए टैक्सी व ऑटो का परिचालन किया जा सकता है। यह व्यवस्था कंटेनमेंट जोन्न को छोड़कर शेष सभी जगह लागू है, लेकिन सड़कों पर ऑटो व टैक्सी कम हैं। इसका असर स्टेशन से गंतव्य जाने वाले रेल यात्रियों पर पड़ा है।
फैसला के पहले सभी पहलुओं पर सोचे सरकार
स्टेशन से घर जाने की अपनी व्यवस्था की बाबत पूछने पर भड़के एक रेल यात्री ने कहा कि वे तीन दिन से ट्रेन में थे, उन्हें तो पता ही नहीं था कि फिर लॉकडाउन लागू हो गया है। अब पटना से वैशाली जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि सरकार को कोई फैसला लेने के पहले सभी पहलुओं पर सोचना चाहिए।