राज्य ब्यूरो, पटना: शिक्षक और स्नातक कोटे से विधान परिषद की पांच सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा शिक्षकों के साथ कथित तौर पर हुई वादाखिलाफी को भुनाने में जुट गई है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि बिहार में 33 सालों से राज कर रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जदयू के नीतीश कुमार शिक्षकों को धोखा दे रहे हैं। अभी बेरोजगार युवा व स्नातक मतदाताओं के साथ शिक्षकों के लिए भी महागठबंधन प्रत्याशियों पर चोट कर बदला लेने का समय है।

महागठबंधन सरकार से लें वादों का हिसाब

उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में महागठबंधन ने संविदा आधारित नियुक्ति रद्द कर नियमित करने, समान कार्य के बदले समान वेतन देने, शिक्षकों व पुस्तकालयाध्यक्षों की नियुक्ति जैसे कई वादे किए थे। युवाओं और शिक्षकों ने लुभावने वादे के कारण महागठबंधन के प्रत्याशी को वोट दिए, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। अब समय है कि महागठबंधन के प्रत्याशियों से उन वादों का हिसाब लिया जाए। उनसे सवाल पूछे जाएं। साथ ही इस वादाखिलाफी के खिलाफ चोट करते हुए भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया जाए।

रमजान पर कार्यालयी समय में छूट पर सरकार को घेरा 

भाजपा ने रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों के कार्यालय आने और जाने में राहत देने के सरकार के आदेश की निंदा की। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा आदेश पीएफआई के साल 2045 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने की योजना में मदद पहुंचाने का काम करता है। उन्होंने मांग की कि रामनवमी पर भी पूजा के लिए हिंदुओं को कार्यालय आने-जाने से छुट्टी मिलनी चाहिए।

इसी के साथ डॉ. संजय जायसवाल कहा कि जिस तरह राज्य में अपहरण की घटनाएं हो रही हैं, उससे साफ है कि बिहार 2005 के पहले वाले दौर में जा रहा है। प्रेस वार्ता में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रुंगटा और प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ भी उपस्थित थे।

Edited By: Yogesh Sahu