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Guinness Book of World Records में नाम दर्ज करवाने को तैयार है बिहार, कल रचेगा इतिहास

Guinness Book of World Records में नाम दर्ज करवाने के लिए बिहार तैयार है। कल चार करोड़ से ज्यादा लोग एक-दूसरे का हाथ थामकर नया इतिहास रचेंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 10:33 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:19 PM (IST)
Guinness Book of World Records में नाम दर्ज करवाने को तैयार है बिहार, कल रचेगा इतिहास
Guinness Book of World Records में नाम दर्ज करवाने को तैयार है बिहार, कल रचेगा इतिहास

पटना [दीनानाथ साहनी]।  बिहार एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है। मानव श्रृंखला के अपने पिछले दो वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोडऩे और नया रिकॉर्ड बनाने हेतु बिहारवासी तैयार हैं। मानव श्रृंखला को गिनिज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्ड्स में  शामिल  करने की कोशिश की जा रही है। जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के खिलाफ रविवार को पूरे प्रदेश में विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला  बनेगी। 

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उम्मीद है कि पूर्वाह्न 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक बनने वाली मानव श्रृंखला  में 4 करोड़, 27 लाख से ज्यादा लोग एक-दूसरे का हाथ थाम कर खड़े होंगे और देश-दुनिया को संदेश देंगे। इसके पूर्व बिहार ने 2017 में नशामुक्ति (शराबबंदी) अभियान को सफल बनाने के लिए विश्व की सबसे लंबी 11292 किमी कतार बना कर रिकॉर्ड बनाया था।

इस रिकॉर्ड को बिहार वासियों ने 2018 में तोड़ा था। इस साल दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ 13654 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई थी। इस बार मानव श्रृंखला  18351 किमी लंबी होगी, जो पिछली दो मानव श्रृंखला की तुलना में 20 फीसद ज्यादा लंबी होगी। 

सभी 38 जिलों में हुआ पूर्वाभ्यास

मानव श्रृंखला  को ऐतिहासिक रूप से  सफल बनाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को सभी 38 जिलों में पूर्वाभ्यास किया गया। इसमें सभी तरह से सुरक्षा इंतजाम को जांचा-परखा गया।  

पटना के गांधी मैदान में पूर्वाभ्यास (रिहर्सल) में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन समेत तमाम आला अफसर मौजूद रहे। इधर अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद कहा कि सभी जिलों में मानव श्रृंखला की तैयारी  पूरी हो चुकी है। 

सरकार खुद डाक्यूमेंटेशन में जुटी 

राज्य सरकार खुद ही मानव श्रृंखला का डाक्यूमेंटेशन कराने में जुटी है, जिसे प्रमाण स्वरूप वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को सौंपा जाएगा। इसके लिए 15 हेलीकॉप्टर से सभी जिलों में मानव श्रृंखला की एरियल फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जाएगी। इसमें बिहार फ्लाइंग क्लब के 3 हेलीकॉप्टर के अलावा किराये के 12 हेलीकॉप्टर को लगाया गया है।

इस बार ड्रोन फोटोग्राफी को महत्व इसलिए नहीं दिया जा रहा है कि पिछले दो अवसर पर ड्रोन से अच्छी फोटोग्राफी नहीं हो पायी थी। सरकार ने नया रिकॉर्ड कायम करने जा रही मानव श्रृंखला के कवरेज व जानकारी हेतु यूनाइटेड नेशन, लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड और गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि को आमंत्रित किया है। 

हर पंचायत एवं हर वार्ड में रूट तय  

मानव श्रृंखला की तैयारी में सभी 47 विभागों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इसके मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर मानव शृंखला को लेकर सभी पंचायत से लेकर वार्ड तक में रूट तय किया गया है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन के मुताबिक पूरे प्रदेश में प्रतिभागियों की अनुमानित संख्या 2 हजार व्यक्ति प्रति किमी के हिसाब से तीन करोड़, 27 लाख होगी। प्रत्येक वार्ड में सौ लोगों की मौजूदगी से एक करोड़ अतिरिक्त लोग मानव शृंखला से जुड़ेंगे। इस प्रकार 4 करोड़, 27 लाख जनभागीदारी से दुनिया की सबसे लंबी  मानव कतार होने की संभावना है। 

एमपी, एमएलए व एमएलसी समेत सभी जनप्रतिनिधि होंगे शामिल 

मानव श्रृंखला में बिहार के सांसदों (लोकसभा व राज्यसभा), बिहार विधान मंडल के सदस्यों के अलावा सभी जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जल पुरुष राजेंद्र सिंह एवं यूनाइटेड नेशंस के प्रतिनिधि अतुल बगाई गांधी मैदान में इसका हिस्सा बनेंगे।

यहां मानव श्रृंखला के जरिये बिहार का मानचित्र बनाया जाएगा। वहीं, राज्य के अन्य मंत्री और विभागों के तमाम प्रधान सचिव अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में इसका नेतृत्व करेंगे। स्कूल-कॉलेज की छात्र-छात्राएं, सरकारी पदाधिकारी एवं कर्मचारी इसमें शामिल होंगे। 


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