Updated: Wed, 14 Feb 2024 11:14 AM (IST)
सोनपुर के कल्लू घाट पर बंदरगाह बनकर तैयार हो गया है। इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय व्यापार सुगम व सस्ता होगा। रोजगार बढ़ेंगे। यहां 13.17 एकड़ भूखंड पर 82.48 करोड़ रुपए से कार्गो टर्मिनल तैयार किया गया है। बंदरगाह में साल भर में 77 हजार कंटेनर लोड अनलोड करने की क्षमता है। फरवरी 2022 में इसका शिलान्यास किया गया था। 15 फरवरी को इसका उद्घाटन होगा।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने फरवरी, 2022 में गायघाट स्थित भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के कार्यक्रम में सारण के सोनपुर (Sonpur) स्थित कल्लू घाट (Kallu Ghat) के जिस अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह (International Port) का शिलान्यास किया था वो तैयार हो गया है।
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निर्धारित दो साल की अवधि में 13.17 एकड़ भूखंड पर 82.48 करोड़ रुपए से निर्मित इस बंदरगाह का उद्घाटन 15 फरवरी को होगा। यह जानकारी मंगलवार को आइडब्लूएआइ पटना के निदेशक एल के रजक ने दी।
बंदरगाह से खुलेंगे रोजगार के द्वार
उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 77 हजार कंटेनर लोड अनलोड करने की क्षमता वाले इस बंदरगाह से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही रोजगार के कई नये द्वार खुल जाएंगे। इसमें पटना (Patna) के गायघाट स्थित अपर व लोअर लेवल बंदरगाह एक अहम कड़ी साबित होगा।
निदेशक ने बताया कि चल रहे कुछ जरूरी कार्य पूरे होते ही कल्लू घाट में नवनिर्मित कार्गो टर्मिनल से मालवाहक जहाज द्वारा सामान की आवाजाही शुरू हो जाएगी। जहाज के परिचालन के लिए आवश्यक ढाई मीटर पानी गंगा में उपलब्ध है।
इन दो जलमार्गों से जुड़ेगा बंदरगाह
बालू के बहाव से मार्ग अवरुद्ध होने पर ड्रेजिंग किए जाने की व्यवस्था है। कल्लू घाट बंदरगाह करीब 30 मीटर चौड़ा और 150 मीटर लंबा है। यहां एक साथ दो मालवाहक जहाज का ठहराव हो सकता है।
माल लोड अनलोड करने से लेकर कंटेनर को सुरक्षित रखने की व्यवस्था है। बंदरगाह के प्रवेश व निकास पर कंटेनर का वजन करने की भी सुविधा है। बिहार के सारण में निर्मित यह बंदरगाह गंगा में विकसित राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक और ब्रह्मपुत्र नदी से जुड़े जलमार्ग संख्या दो से जुड़ जाएगा।
बंदगाह से इन जगहों पर होगी माल ढुलाई
सागर माला परियोजना से संबंधित इस बंदरगाह से नेपाल, उत्तर बिहार के जिलों, बांग्लादेश, बंगाल, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कोलकाता, वाराणसी, इलाहाबाद आदि जगहों पर कंटेनर से माल की ढुलाई जलमार्ग से सरल, सुगम और सस्ती हो जाएगी।
निदेशक ने बताया कि वाराणसी में लगभग 100 एकड़ भूखंड पर रामनगर में बन रहे मल्टी माॅडल टर्मिनल से भी कल्लू घाट बंदरगाह आने वाले दिनों में जुड़ जाएगा। वाराणसी में विकसित हो रहे फ्रेट विलेज हब से रेल, सड़क और जलमार्ग जुड़ेगा।
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