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    बिहार में बिना रजिस्‍ट्रेशन अब नहीं कर सकेंगे उद्योग-धंधा, 30 लाख उद्यमियों पर सरकार की नजर

    By Shubh Narayan PathakEdited By:
    Updated: Sat, 06 Aug 2022 04:27 PM (IST)

    बिहार में बिना निबंधन के चल रहीं 30 लाख से अधिक छोटी इकाइयां उद्योग विभाग चलाएगा निबंधन अभियान सभी जिलों को दिया गया लक्ष्य अब बिना निबंधन कराए उद्योग चलाना नहीं होगा संभव पटना जिले में सबसे अधिक होगा निबंधन

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    बिहार में छोटे उद्योगों के निबंधन के लिए चलेगा अभियान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। उद्योग विभाग के आकलन के अनुसार बिहार में 34 लाख लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यम कार्यशील हैं। इनमें से 30.13 लाख उद्यम बगैर किसी निबंधन के काम कर रहे हैं। उद्योग विभाग ने अपने सभी जिला उद्योग केंद्रों को यह लक्ष्य दिया है कि जो उद्यम बगैर किसी निबंधन के चल रहे, उनका अभियान चलाकर निबंधन कराया जाए। पूरे बिहार में निबंधित एमएसएमई की संख्या वर्तमान में 3.86 लाख 711 है।

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    पटना जिले में बगैर निबंधन के चलने वाले उद्यमों की संख्या सबसे अधिक

    उद्योग विभाग के आंकड़े के अनुसार पटना जिले में बगैर निबंधन के चलने वाले उद्योगों की संख्या सबसे अधिक है। पटना जिले में निबंधित उद्यमों की संख्या 53466 है। उद्योग विभाग का आकलन है कि यहां 8, 29, 956 उद्यम बगैर निबंधन के चल रहे हैं। पटना जिले को यह लक्ष्य दिया गया है कि उन्हें 7,76,490 उद्यमों का निबंधन करना है।

    इन जिलों में गैर निबंधित उद्यमों की संख्या एक लाख से अधिक

    पटना के अलावा आधा दर्जन से अधिक जिले इस श्रेणी के हैं। इन जिलों में बिना निबंधित एमएसएमई की संख्या एक लाख से अधिक है। इन जिलों में एमएसएमई निबंधन पर अधिक जोर है। मुजफ्फरपुर जिले में निबंधित उद्यमों की संख्या 24243 ही है, जबकि उद्योग विभाग का यह आकलन है कि यहां 2.95 लाख 459 एमएसएमई कार्यशील हैं। इस जिले को 2.71 लाख उद्यमों के निबंधन का लक्ष्य दिया गया है। बेगूसराय जिले में निबंधित एमएसएमई केवल 9800 हैं, जबकि यहां 1.15 लाख 808 एमएसएमई काम कर रहे। इस जिले को 1.06 लाख उद्यमों के निबंधन का लक्ष्य दिया गया है।

    पूर्णिया में 14161 एमएसएमई ही निबंधित हैं। इस जिले के बारे में मोटे तौर पर यह अध्ययन है कि यहां 1.39 लाख एमएसएमई काम कर रहे हैं। इस जिले को 1.25 लाख 402 एमएसएमई के निबंधन का लक्ष्य दिया गया है। वैशाली जिले में उद्योग विभाग के आकलन के अनुसार 1.70 लाख एमएसएमई काम कर रहे हैं और निबंधन केवल 15790 का ही है। इस जिले का लक्ष्य 1.54 लाख निबंधन का है। भोजपुर में केवल 6980 एमएसएमई ने ही निबंधन कराया है और इस जिले के संबंध में आकलन है कि यहां 1.23 लाख 231 एमएसएमई काम कर रहे हैं।