बिहार में स्वरोजगार को मिल रहा बढ़ावा, उद्यमियों की जिंदगी में आ रहा बदलाव
बिहार सरकार युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएँ चला रही है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 43870 लाभुकों को 3125.52 करोड़ रुपये दिए गए हैं जिसमें नए उद्योगों के लिए 10 लाख रुपये तक की सहायता शामिल है। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि सरकार हर कदम पर उद्यमियों के साथ है।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार सरकार युवाओं, महिलाओं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वरोजगार और उद्यमिता से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं के तहत अब तक हजारों लाभुकों को करोड़ों रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना: आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम
- लाभुकों की संख्या: अब तक 43,870 लाभुकों को लाभ मिला है।
- वितरित राशि: 3,125.52 करोड़ रुपये की परियोजना राशि दी जा चुकी है।
- आर्थिक सहायता: नए उद्योग लगाने के लिए पात्र लाभुकों को 10 लाख रुपये तक की सहायता मिलती है, जिसमें 50% ऋण और 50% अनुदान शामिल है।
- विशेष सुविधा: युवा उद्यमी योजना के तहत ऋण पर सिर्फ 1% ब्याज लगता है।
- हालिया वितरण: वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1,333 लाभुकों को द्वितीय किस्त के रूप में 62.10 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
बिहार लघु उद्यमी योजना: गरीब परिवारों के लिए उम्मीद की किरण
- लाभुकों की संख्या: अब तक 71,740 लाभुकों को लाभ मिला है।
- वितरित राशि: 570 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है।
- आर्थिक सहायता: स्वरोजगार के लिए अधिकतम 2 लाख रुपये की सहायता तीन किस्तों में अनुदान के रूप में मिलती है।
- प्रशिक्षण लाभ: 11,535 लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप में 57.67 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
- लक्ष्य: आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सशक्त बनाना और बेरोजगारी कम करना।
उद्योग विभाग के मंत्री नीतीश मिश्रा कहते हैं, "बिहार के युवा, महिलाएं और उद्यमी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं और सरकार हर कदम पर उनके साथ है।" ये योजनाएं बिहार में स्वरोजगार को बढ़ावा देने और उद्यमियों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
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