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    निजी जमीन पर पौधे लगाएं, पांच साल तक हर महीने पैसे और चापाकल लगाने का खर्च बिहार सरकार देगी;

    By Shubh Narayan PathakEdited By:
    Updated: Sun, 30 May 2021 07:58 PM (IST)

    Plantation in Bihar निजी जमीन पर पौधे लगाएं अनुदान पाएं मनरेगा के तहत दो करोड़ पौधे लगाएगी सरकार योजना के तहत डेढ़ करोड़ लकड़ी वाले और 50 लाख फलदार पौधे लगाने का ग्रामीण विकास विभाग ने तय किया लक्ष्य

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    पौधे लगाने पर बिहार सरकार देगी अनुदान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में 33 फीसद हरित आवरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा के तहत चालू वित्तीय वर्ष में (2011-12) दो करोड़ पौधे लगाएगा। सरकार निजी भूमि पर पौधरोपण करने वालों को प्रोत्साहित करेगी। ग्रामीण विकास विभाग ने बीते वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस बार 80 हजार पौधे अधिक लगाने का लक्ष्य तय किया है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि मनरेगा में सामाजिक वानिकी योजना के तहत सभी 38 जिलों के प्रत्येक ग्राम पंचायत में सघन वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। योजना के तहत डेढ़ करोड़ लकड़ी वाले और 50 लाख फलदार पौधे लगाए जाएंगे।

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    पिछले साल लगाए गए थे सवा करोड़ पौधे

    उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग की सड़क तथा जल संरक्षण- संचयन संरचनाओं के किनारे भी वृक्षारोपण कराया जाएगा। इसके साथ ही निजी भूमि पर पौधरोपण के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। गत वर्ष मनरेगा योजना के तहत एक करोड़ 20 लाख पौधे लगाए गए थे। श्रवण कुमार ने बताया कि निजी भूमि पर लकड़ी और फलदार दोनों पौधे लगाए जा सकते हैं।

    स्‍थल चयन जलवायु और मिट्टी के आधार पर

    फलदार पौधों में आम, लीची, जामुन, कटहल आंवला, बेल, नींबू और अमरूद आदि के लिए स्थल चयन जलवायु एवं मिट्टी के आधार पर किया जाएगा। निजी भूमि पर लगाए जाने वाले पौधों से मिलने वाली लकड़ी और फल पर भूमि मालिक का ही हक होगा। एक परिवार के पास 200 पौधों के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होने पर दो से तीन परिवार लगवा सकते हैं।

    सरकार देती तमाम सुविधाएं

    अनुमान्य श्रेणी के व्यक्तियों के निजी भूमि पर लगाए गए पौधों की सुरक्षा हेतु गेबियन के साथ ही सिंचाई हेतु चापाकल या ट्राली से पटवन की सुविधा ग्रामीण विकास विभाग देगा। निजी भूमि के मामले में यदि दो इकाई के क्लस्टर 200 मीटर की दूरी के अंदर उपलब्ध हो तो उन दो इकाईयों के लिए एक चापाकल के लिए सरकार अनुदान देगी।

    वन पोषकों को मजदूरी भी देगी सरकार

    निजी भूमि पर क्लस्टर की अनुपलब्धता की स्थिति में एक इकाई पर भी एक चापाकल का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त पौधों की देखभाल हेतु वन पोषकों की मजदूरी भुगतान का प्रावधान है। लाभार्थी को निजी भूमि पर लगाए गए एक इकाई पौधों की देख-रेख हेतु वृक्षारोपण वर्ष से अगले पांच वर्ष तक प्रतिमाह 8 मानव दिवस की मजदूरी मनरेगा योजना से दिया जाता है।

    पौधरोपण तैयारी पर एक नजर

    योजना के प्रकार - संख्या

    कुल - 30586

    निजी योजना - 16852 ,

    सड़क किनारे -  830

    जल संरचना किनारे - 1648

    निजी योजना - 16852

    सड़क किनारे -  830

    जल संरचना किनारे - 1648

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