Bihar New DGP: 3 महीने में बदल गए बिहार के डीजीपी, आलोक राज की जगह लेंगे ये तेज तर्रार अफसर
बिहार को नया पुलिस महानिदेशक (DGP) मिल गया है। आलोक राज के स्थान पर विनय कुमार को बिहार का नया DGP नियुक्त किया गया है। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। बता दें कि आलोक राज की नियुक्ति इसी साल अगस्त के महीने में हुई थी। महज 3 महीने में ही उनकी जगह तेजतर्रार अफसर विनय कुमार ने ले ली है।

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar New DGP राज्य सरकार ने बिहार कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय कुमार (IPS Vinay Kumar Bihar New DGP) को बिहार का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाया है। वह वर्तमान में बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के महानिदेशक सह अध्यक्ष के पद पर थे।
अभी तक डीजीपी का प्रभार संभाल रहे 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक राज (Alok Raj) को विनय कुमार की जगह बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी सह अध्यक्ष की नई जिम्मेदारी दी गई है। आलोक राज के पास निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की भी जिम्मेदारी थी, इस जिम्मेदारी से उन्हें मुक्त कर दिया गया है।
विनय कुमार का फाइल फोटो।
इसकी जगह जितेंद्र सिंह गंगवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का नया डीजी बनाया गया है। उनके पास नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक सह आयुक्त की जिम्मेदारी अतिरिक्त प्रभार में रहेगी। गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
अधिसूचना में कहा गया है कि विनय कुमार को अगले आदेश तक पुलिस महानिदेशक, बिहार के पद पर पदस्थापित किया जाता है। डीजीपी के पद पर उनका कार्यकाल दो वर्ष अथवा आगामी आदेश पर्यंत जो पहले हो, तब तक के लिए अनुमान्य किया जाता है।
आलोक राज का फाइल फोटो।
दरअसल, अगस्त में तत्कालीन डीजीपी आरएस भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद वरीयता के आधार पर आलोक राज को डीजीपी का प्रभार दिया गया था। वह करीब साढ़े तीन माह से डीजीपी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, स्थायी डीजीपी के लिए केंद्र से वरीयता के आधार पर तीन नाम भेजे जाते हैं, जिनमें से एक का चयन राज्य सरकार को करना होता है।
डीजीपी के पद के लिए 1989 बैच के आलोक राज, 1990 बैच की शोभा ओहटकर और 1991 बैच के विनय कुमार के बीच एक का चयन होना था। राज्य सरकार ने स्थायी डीजीपी के लिए विनय कुमार के नाम पर सहमति जताई है।
विनय कुमार के बारे में जानिए-
बता दें कि विनय कुमार 1991 बैच के आईपीएस अफसर हैं। डीजीपी बनने से पहले उनके पास पुलिस भवन निर्माण निगम के सीएमडी के रूप में जिम्मेदारी थी। विनय कुमार ADG लॉ एंड ऑर्डर और ADG CID जैसे महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की है। विनय कुमार को एक कुशल और ईमानदार अधिकारी के रूप में जाना जाता है।
तीन महीने में रिप्लेस हो गए आलोक राज
बता दें कि इसी साल अगस्त के महीने में आलोक राज को बिहार का डीजीपी बनाया गया था। आलोक राज को बिहार, झारखंड और बंगाल में पुलिसिंग का करीब 35 वर्षों का लंबा अनुभव है।
वर्ष 1989 में आईपीएस बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में हुई थी। उन्हें तीन बार राष्ट्रपति पदक भी मिला है।
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